आगरा की एक महिला सोशल मीडिया पर आए इन्वेस्टमेंट लिंक का शिकार हो गईं. साइबर ठगों ने उन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ा और फर्जी इन्वेस्टमेंट ऐप्स डाउनलोड करवाकर 24 अक्टूबर से 27 नवंबर के बीच उनसे HDFC, AXIS और PNB सहित चार बैंकों से कुल ₹5.95 करोड़ ठग लिए. प्रॉफिट निकालने की कोशिश करने पर उनसे बार-बार अतिरिक्त शुल्क मांगा गया, जिसके बाद महिला को ठगी का एहसास हुआ.
आपको बता दें कि सिकंदरा क्षेत्र की एक महिला साइबर ठगी का शिकार हुईं. उन्हें फेसबुक पर आए एक इन्वेस्टमेंट लिंक पर क्लिक करने के बाद ठगा गया. लिंक पर क्लिक करते ही महिला को व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया गया. ग्रुप में मौजूद लोगों ने खुद को विभिन्न बड़े वित्तीय संस्थानों से जुड़ा बताया. ठगों ने एसबीआई सिक्योरिटीज, स्टैंडर्ड चार्टर्ड और एसडीएसएमसी के नाम पर तीन फर्जी ऐप इंस्टॉल कराए. इन ऐप्स की मदद से महिला ने 24 अक्टूबर से 27 नवंबर के बीच चार अलग-अलग बैंक खातों से कुल ₹5.95 करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट के नाम पर ट्रांसफर कर दिए.
पीड़िता ने बताया कि ऐप पर उन्हें कृत्रिम तरीके से प्रॉफिट दिखाया जाने लगा, जिससे उन्हें लगा कि उनका निवेश सफल रहा है. लेकिन, जब उन्होंने अपना प्रॉफिट और निवेश की गई रकम निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने उनसे बार-बार 'मैनेजमेंट फीस' और 'रिफंड चार्जेस' के नाम पर अतिरिक्त रकम मांगना शुरू कर दिया. महिला ने यह अतिरिक्त रकम भी जमा कर दी, लेकिन इसके बावजूद भी उनके पैसे वापस नहीं मिले. 1 दिसंबर को उन्हें एहसास हुआ कि वे एक बड़े ऑनलाइन ठगी का शिकार हो चुकी हैं.
पुलिस ने ₹1 करोड़ फ्रीज किए, 40 खाते ट्रैक
ठगी का शिकार होने के बाद पीड़िता ने 1 दिसंबर को साइबर थाने में पहुंचकर पूरे मामले की एफआईआर दर्ज कराई है. इस संबंध में एडीसीपी साइबर आदित्य ने मौखिक तौर से जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि मामले में ₹1 करोड़ के लिए लीन (लेन) लगा दिया गया है. पुलिस अब तक 40 से 50 खाते ट्रैक कर चुकी है. उन्होंने यह भी बताया कि शेष खातों की जांच पड़ताल चल रही है और उनसे जुड़ी अन्य जानकारी हासिल की जा रही है.
अरविंद शर्मा