हाल में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ली डेनियल की फिल्म The Deliverance इन दिनों खूब चर्चा में है. फिल्म में Mo'nique, Andra Day, और Glenn Close मुख्य किरदार में हैं. ये एक हॉरर मूवी है और Ammons family से जुड़ी सच्ची घटना पर आधारित है. ये एक ऐसे परिवार की कहानी है जिनके घर पर कथित रूप से 200 से ज्यादा प्रेतों का वास था.
अम्मोन्स परिवार के साथ हुआ क्या था?
लाटोया अम्मोन्स (Latoya Ammons) अपनी मां और तीन बच्चों के साथ नवंबर 2011 में गैरी, इंडियाना में 3860 कैरोलिना स्ट्रीट पर एक घर में रहने आई थी. परिवार के दावों के अनुसार, उन्हें हमेशा अपने बरामदे पर बड़ी काली मक्खियों के झुंड दिखाई देने लगा. मक्खियों से छुटकारा पाने के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया लेकिन वे वापस आ जाती थीं. चीजें अजीब हो गईं जब उन्हें बेसमेंट से चरमराने और किसी के चलने की आवाजें सुनाई पड़ीं.
'अदृश्य शक्ति ने दबाया गला'
लाटोया अम्मोन्स की मां, रोजा कैंपबेल ने यहां तक दावा किया कि उन्होंने एक बार रसोई में एक परछाई देखी थी. इसके अलावा किसी अदृश्य शक्ति ने उनका गला दबा दिया था. यहां तक कि तीन बच्चों को भी डरावने एक्सपीरिएंस होने लगे थे. वहीं एक बच्चे ने महसूस किया था कि किसी अदृश्य शक्ति ने उसे उठाकर कमरे में फेंक दिया. जैसा कि द डिलीवरेंस में दिखाया गया है, डिपार्टमेंट ऑफ चाइल्ड सर्विस (डीसीएस) को जब परिवार के बारे में पता चला और उनके दावों पर विश्वास नहीं हुआ.
'दीवार पर उल्टे पांव चलने लगा घर का बच्चा'
परिवार की ये भूत-प्रेत की 'कहानी' मेन स्ट्रीम मीडिया तक भी पहुंच गई. Skeptical Inquirer के अनुसार तब एक डीसीएस कर्मी ने भी दावा किया कि उसने परिवार के सबसे छोटे बच्चे को दीवार पर उल्टे पांव चलते हुए देखा है. बाद में परिवार ने मदद के लिए किसी प्रीस्ट से मुलाकात की. प्रीस्ट ने उन्हें डरा देने वाली बात बताई . उसका दावा था कि आपके घर में 200 से अधिक प्रेतों का साया है. इसके बाद से इसका नाम 200 डेमन्स हाउस पड़ गया.
घर पर की गई Exorcism की क्रिया
आखिरकार, एक प्रीस्ट, रेवरेंड माइकल मैगिनोट ने उनके घर में तीन भूत-प्रेत भगाने की तीन क्रियाएं (exorcism) कीं. वहीं लाटोया अम्मोन्स ने भी खुद एक क्रिया की.
हालांकि कई लोगों का मानना था कि उस परिवार का घर वास्तव में भूत थे लेकिन लाटोया अम्मोन्स के दावों ने भी काफी संदेह पैदा किया. उदाहरण के लिए, एक पैरानॉर्मल स्पेशलिस्ट, जो निकेल ने मामले की जांच की और नतीजे पर पहुंचने से पहले कई गवाहों के इंटरव्यू लिए तो पाया कि मामले के कई पहलुओं को गलत तरीके से रिपोर्ट किया गया है और बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. यहां तक कि उस घटना में भी, जहां लड़का दीवार पर उल्टे पांव चल रहा था, यह नहीं बताया गया कि इस दौरान उसकी नानी ने उसका हाथ पकड़ा हुआ था.
'पूछताछ होते ही बच्चे पर हावी हो जाता प्रेत'
अपनी इंवेस्टिगेटिव फ़ाइल, द 200 डेमन्स हाउस: ए स्केप्टिकल डेमोनोलॉजिस्ट रिपोर्ट में, जो निकेल ने यह बताया है कि ट्रेसी राइट नामक एक मनोवैज्ञानिक ने सबसे छोटे बेटे से बात की थी. उनके अनुसार, लड़के से जब भी पूछताछ की गई तो वह भूत के कंट्रोल में होने का नाटक करता. यहां तक कि वह परिवार के असाधारण अनुभवों के बारे में कई सवालों के जवाब देने से भी बचता रहा. इसके अलावा परिवार के मकान मालिकों और अम्मोन्स से पहले घर के पिछले किरायेदारों ने भी घर में किसी असाधारण घटना का अनुभव नहीं किया तो ये सब अम्मोंस परिवार के साथ ही क्यों हुआ? ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या ये सब कुछ सच था या परिवार की गढ़ी कहानी.
अम्मोन्स परिवार का क्या हुआ?
हफपोस्ट की खबर के अनुसार नवंबर 2011 से मई 2012 तक, छह महीने से कुछ अधिक समय तक घर में रहने के बाद, परिवार कथित तौर पर इंडियानापोलिस चला गया. जैसा कि द डिलीवरेंस के लास्ट में दिखाया गया है, लोयोटा अम्मोन्स के बच्चों को बाल सेवा विभाग में रिपोर्ट किए जाने के बाद उनकी देखभाल से हटा दिया गया था. हालाँकि, बाद में उन्हें नवंबर 2012 में अपने बच्चों की कस्टडी वापस मिल गई. घटना के सालों बाद, घोस्ट एडवेंचर्स के निर्माता और होस्ट, जैक बगान्स ने घर खरीदा और इसे तुड़वा दिया. उन्होंने कहा, वहां कुछ तो ऐसा था जो बहुत बहुत डार्क, बुद्धिमान और शक्तिशाली था.
फिल्म के आखिर में दिखाया गया है कि अम्मोंस की मां और पादरी भूतों से लड़ते हुए अपनी जान गंवा देते हैं. हालांकि वास्तव में ऐसा कुछ नहीं हुआ था. द हॉलीवुड रिपोर्टर के अनुसार फिल्म की तैयारी के दौरान, निर्देशक ली डेनियल ने कथित तौर पर लोयोटा अम्मोन्स से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि फिल्म केवल अम्मोन्स की कहानी बताती है. हम अब शांति में हैं.
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