राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मंगलवार को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में विजेताओं को सम्मानित किया. इस अवसर पर राष्ट्रपति की सुरक्षा में सफेद यूनिफार्म में एक महिला अफसर भी नजर आईं. अक्सर आपने देखा होगा कि राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात अफसर कभी गहरे हरे रंग या तो कभी सफेद की वर्दी में दिखाई देते हैं. ऐसे में जानते हैं कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है?
राष्ट्रपति भवन में रह चुके पूर्व अधिकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति की सुरक्षा प्रोटोकॉल में सेना के जवान भी रहते हैं. ये अफसर सुरक्षा प्रोटोकॉल के हिसाब से शेड्यूल के हिसाब में बदलते रहते हैं. कभी आर्मी, तो कभी एयरफोर्स तो कभी नेवी के अफसर राष्ट्रपति के साथ होते हैं.
इस वजह से बदल जाता है यूनिफॉर्म का रंग
राष्ट्रपति के सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड आर्मी, नेवी या एयरफोर्स के मेजर रैंक के होते हैं. जब ये किसी कार्यक्रम में जाते हैं तो ये सेरिमनियल ड्रेस कोड का अनुसरण करते हैं. इस दौरान ये अपने विंग और रेजिमेंट के हिसाब से यूनिफॉर्म पहनते हैं. यही वजह है कि राष्ट्रपति के साथ दिखाई देने वाले अफसर कभी सफेद, तो कभी गहरे हरे रंग के ड्रेस में दिखाई देते हैं.
राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था में पहली बार बदलाव हुआ है और अब उनकी सुरक्षा में तैनात पीएसओ के रूप में महिला अधिकारी भी सेवा दे रही हैं. वर्तमान में सीआरपीएफ की असिस्टेंट कमांडेंट पूनम गुप्ता पीएसओ है.
चेंज ऑफ गार्ड के माध्यम से हर सप्ताह बदलते हैं अंगरक्षक
पारंपरिक रूप से राष्ट्रपति की सुरक्षा पीबीजी यानी राष्ट्रपति अंगरक्षक करते हैं, जो सेना की सबसे पुरानी रेजिमेंट है. राष्ट्रपति के साथ पीबीजी हमेशा अपने पारंपरिक वर्दी में नजर आते हैं. वहीं चेंज ऑफ गॉर्ड परंपरा के अनुसार राष्ट्रपति के ये अंगरक्षक हर सप्ताह बदलते हैं.
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