अचानक मिला 12 साल से लावारिस पड़ा इतना कैश! बदल गई गरीबी में गुजर रही जिंदगी

शख्स की जिंदगी में एक वक्त ऐसा आया जब उसके पास मौजूद सारे पैसे खत्म होने की कगार पर आ गए और आजीविका चलाने के लिए उसे तत्काल पैसों की जरूरत थी. ऐसे में उसके हाथ ऐसी चीज लगी, जिसने बेघर शख्स की किस्मत बदल दी.

Advertisement
शख्स आर्थिक तंगी से गुजर रहा था (Image: Brandon marbaix) शख्स आर्थिक तंगी से गुजर रहा था (Image: Brandon marbaix)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 14 मई 2022,
  • अपडेटेड 12:43 PM IST
  • मां ने खुलवाया था बैंक अकाउंट
  • 12 साल बाद उसके बारे में चला पता

कहते हैं किस्मत बदलते देर नहीं लगती. कुछ ऐसा ही हुआ एक बेघर शख्स के साथ. दरअसल, शख्स आर्थिक तंगी से गुजर रहा था. उसके पास रहने के लिए घर भी नहीं था. उसकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा आया जब उसके पास मौजूद सारे पैसे खत्म होने की कगार पर आ गए और आजीविका चलाने के लिए उसे तत्काल पैसों की जरूरत थी. ऐसे में उसके हाथ ऐसी चीज लगी, जिसने बेघर शख्स की किस्मत बदल दी. आइए जानते हैं कैसे... 

Advertisement

'द मिरर' की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में रहने वाले ब्रैंडन मार्बेक्स (Brandon Marbaix) की जिंदगी गरीबी में बीत रही थी. वो बेघर हो चुके थे. इस बीच ब्रैंडन को पता चला कि उनके नाम एक पुराना सेविंग बैंक अकाउंट है. इस अकाउंट को बचपन में उनकी मां ने Natwest Bank में खुलवाया था. तब ब्रैंडन 10 साल के थे. 

लेकिन कुछ सालों बाद इस अकाउंट को परिवार भूल गया. उन्हें लगा कि अकाउंट बंद हो चुका है और उसका एक्सेस नहीं मिल पाएगा. मां ने ये अकाउंट ब्रैंडन के भविष्य को ध्यान में रखकर खुलवाया था. वो हर महीने 10 पाउंड (करीब 950 रुपये) इस अकाउंट में डाला करती थी.

अकाउंट का पता चलते ही बदली किस्मत

जब ब्रैंडन हर तरफ से मात खा रहे थे तब उन्होंने तय किया कि वो उस अकाउंट को खोजने की कोशिश करेंगे. एक दिन इसके बारे में उन्हें एक वेबसाइट से पता चल गया. अकाउंट खुलने के 12 साल बाद उन्हें हाल ही में इसका एक्सेस भी मिल गया. ये बैंक अकाउंट उनकी जिंदगी में उम्मीद की किरण बनकर आया. 

Advertisement

ब्रैंडन मार्बेक्स को अकाउंट में 300 पाउंड (करीब 28 हजार रुपये) मिले. 'द मिरर' से बात करते हुए ब्रैंडन ने कहा कि उनकी मां ने कई सालों तक पैसे जमा किए थे और वही रुपये बढ़कर इतने हो गए. इस रकम की वजह उन्हें बेघर नहीं रहना पड़ेगा. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement