ऑस्ट्रिया में एक पर्वतारोही पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. उस पर आरोप है कि उसने देश के सबसे ऊंचे पहाड़ ग्रोसगलोक्नर पर चढ़ाई के दौरान अपनी प्रेमिका को अकेला छोड़ दिया, जिसके बाद ठंड से जमकर उसकी मौत हो गई. यह पहाड़ करीब 12,460 फीट ऊंचा है और सर्दियों में यहां चढ़ाई करना बेहद जोखिम भरा माना जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनवरी में 33 वर्षीय महिला और उसका 39 वर्षीय प्रेमी 18 जनवरी को एक कठिन मार्ग से चढ़ाई के लिए निकले थे. पहाड़ पर लगे सार्वजनिक वेबकैम में उनकी हेडलाइट्स दिखाई दीं, जिससे उनकी पूरी चढ़ाई कैमरे में रिकॉर्ड हो गई.
खराब मौसम में शिखर के पास फंसे
कैमरे की रिकॉर्डिंग के अनुसार, रात करीब 8:50 बजे दोनों शिखर से कुछ ही दूरी पर फंस गए. इसी दौरान मौसम अचानक बिगड़ गया. तापमान शून्य से काफी नीचे चला गया और तेज हवाएं चलने लगीं, जिससे हालात और जानलेवा हो गए.
मदद के प्रयास और बंद फोन
रात करीब 10:50 बजे बचाव दल ने युवक से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका फोन बंद मिला. अभियोजकों का आरोप है कि इसी दौरान युवक ने अपनी प्रेमिका को थकी हुई, अत्यधिक ठंड से जूझती और भ्रम की हालत में वहीं छोड़ दिया और खुद मदद की तलाश में नीचे उतर गया. वेबकैम फुटेज में बाद में युवक की हेडलाइट नीचे की ओर जाती दिखी, जबकि महिला की हेडलाइट कुछ समय बाद बुझ गई. माना जा रहा है कि उसकी बैटरी खत्म हो गई थी, जिससे वह पूरी तरह अंधेरे में रह गई.
देर से संपर्क और मौत की पुष्टि
युवक ने रात करीब 3:30 बजे बचाव दल से संपर्क किया, लेकिन फिर से फोन बंद कर दिया. पूरी रात खोजबीन के बाद सुबह करीब 10 बजे बचाव दल को महिला का शव मिला. डॉक्टरों ने उसकी मौत का कारण ठंड से जम जाना बताया. अधिकारियों के मुताबिक, महिला को ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ाई का अनुभव नहीं था, जबकि उसका प्रेमी ज्यादा अनुभवी पर्वतारोही था और उसी ने इस यात्रा की योजना बनाई थी. अब उस पर घोर लापरवाही से हत्या का आरोप लगाया गया है. अगर आरोपी दोषी पाया जाता है, तो उसे तीन साल तक की जेल हो सकती है. इस मामले की सुनवाई फरवरी में शुरू होने वाली है.
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