AI की वजह से गई नौकरी, अब लोग कर रहे हैं आलोचना - 'यूजर बोला- डिप्रेशन में जा रहा'

नौकरी से निकाले गए व्यक्ति ने अपने आस-पास के लोगों के बदल जाने के बाद खुद को 'बेकार' महसूस करने की एक पोस्ट साझा की. उसकी बातों ने हजारों लोगों का दिल छू लिया, जिन्होंने उसके समर्थन और हिम्मत बढ़ाने वाले संदेश भेजे.

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एआई के कारण नौकरी गंवाने वाले व्यक्ति ने Reddit पर एक इमोशनल पोस्ट में बताया कि बेरोजगार होने के बाद समाज का रवैया कैसे बदल गया और लोग उसे “बेकार” समझने लगे. (Photo: AI Generated) एआई के कारण नौकरी गंवाने वाले व्यक्ति ने Reddit पर एक इमोशनल पोस्ट में बताया कि बेरोजगार होने के बाद समाज का रवैया कैसे बदल गया और लोग उसे “बेकार” समझने लगे. (Photo: AI Generated)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:39 PM IST

एक व्यक्ति ने रेडिट पर एक इमोशनल पोस्ट लिखी, जिसमें उसने बताया कि एआई (AI) के कारण नौकरी जाने के बाद उसका जीवन कैसे बदल गया. उसने कहा कि जब उसकी नौकरी चली गई, तो आसपास के लोगों का रवैया भी बदल गया, जो पहले सम्मान और अपनापन दिखाते थे, वे अब दूर हो गए. उसने लिखा कि नौकरी खोने के बाद सिर्फ आर्थिक दिक्कत नहीं होती, बल्कि खुद को “बेकार” महसूस होने लगता है, क्योंकि समाज बेरोजगार लोगों को अक्सर कम महत्व देता है.

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इस पोस्ट में उसने यह भी कहा कि ऐसे समय में लोगों को सहानुभूति और समझ की जरूरत होती है, न कि ताने या दूरी की .उसकी बातों ने बहुत से लोगों को छू लिया, क्योंकि आजकल कई लोग तकनीक और ऑटोमेशन के कारण इसी तरह की मुश्किलों से गुजर रहे हैं.

'अचानक सबको लगता है कि मैं बेकार हूं'
Reddit के r/indiasocial पर एक यूजर ने एक इमोशनल पोस्ट शेयर की, जिसका टाइटल था- “छंटनी: अचानक सबको लगता है कि मैं बेकार हूं.” इस पोस्ट में उसने बताया कि नौकरी जाने के बाद जिंदगी कैसे बदल जाती है. उसने लिखा कि जब तक नौकरी थी, तब तक सब ठीक था, लेकिन जैसे ही नौकरी गई, उसे एहसास हुआ कि लोगों की नजरों में इंसान की कीमत उसकी नौकरी से जुड़ी होती है.

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उसने बताया कि कुछ महीने पहले उसकी कंपनी ने एआई ऑटोमेशन के कारण 90% कर्मचारियों को निकाल दिया, और वह भी उनमें से एक था. लेकिन उसके लिए सबसे बड़ा झटका पैसों की कमी नहीं, बल्कि लोगों का रवैया बदल जाना था. उसने लिखा कि अब लोग उसे अलग नजर से देखते हैं, यहां तक कि अपने माता-पिता और भाई-बहन भी उसे एक “बोझ” की तरह महसूस कराने लगे हैं.

हर कोई कर रहा आलोचना 
पोस्ट में यूजर ने लिखा कि नौकरी जाने के बाद उसे खुद पर शक होने लगा. उसने कहा, “सबसे बुरी बात यह है कि मैं लोगों की बातों पर यकीन करने लगा… खुद से पूछने लगा कि क्या मैं सच में बेकार हूं?” लोगों की दया और ताने झेलते-झेलते उसने शादियों, पारिवारिक समारोहों और सामाजिक कार्यक्रमों में जाना बंद कर दिया. उसने लिखा, “समाज उन लोगों के साथ बहुत सख्त होता है जो संघर्ष कर रहे हैं. मैं अभी डिप्रेशन में नहीं हूं, लेकिन समझ सकता हूं कि बेरोजगारी किसी को उस हालत में कैसे पहुंचा सकती है. 

Reddit पर सैकड़ों लोगों ने किया समर्थन
इस ईमानदार पोस्ट ने सोशल मीडिया पर कई लोगों का दिल छू लिया. Reddit पर सैकड़ों लोगों ने उसका समर्थन किया और हौसला बढ़ाने वाले कमेंट लिखे. एक यूजर ने कहा, “तुम बेकार नहीं हो, अपना सिर ऊंचा रखो, सब ठीक हो जाएगा.” दूसरे ने लिखा, “तुम सिर्फ़ अपनी नौकरी नहीं हो. समाज हमें सिखाता है कि हमारी कीमत हमारी कमाई से तय होती है, लेकिन यह गलत है. जल्द ही यह Reddit थ्रेड एक सहारा देने वाली जगह बन गई, जहाँ कई लोगों ने अपने अनुभव साझा किए और एक-दूसरे को हिम्मत दी.

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