शादी में दुल्हन के पापा ने पहन लिया QR कोड वाला सूट, स्कैन कर मेहमानों से लिया शगुन!

भारतीय शादियों में अब तक आपने बहुत कुछ अनोखा देखा होगा.बाइक पर एंट्री करते जोड़े, 3D कार्ड वाले वेडिंग कार्ड और थीम-बेस्ड फंक्शन, लेकिन केरल की एक शादी ने सबको पीछे छोड़ दिया है. यहां दुल्हन के पिता ने अपनी शर्ट पर QR कोड लगाकर मेहमानों को डिजिटल शगुन भेजने का न्योता दिया, और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

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यह वीडियो लाखों व्यूज़ के साथ ट्रेंड कर रहा है (Photo:X/@sankariofficial) यह वीडियो लाखों व्यूज़ के साथ ट्रेंड कर रहा है (Photo:X/@sankariofficial)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 2:36 PM IST

क्या अब शादी में शगुन देने का तरीका बदल रहा है? यह सवाल एक वायरल वीडियो के कारण चर्चा में है. जहां आमतौर पर शादी में शगुन देने के लिए खास लिफाफों में पैसे रखकर देते थे, लेकिन अब डिजिटल जमाने में यह परंपरा भी बदलती दिख रही है. केरल में एक पिता ने अपनी बेटी की शादी में कुछ ऐसा किया जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया .उन्होंने शर्ट की जेब पर QR कोड लगाकर मेहमानों से डिजिटल शगुन लिया.

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वायरल वीडियो में दुल्हन के पिता को अपनी शर्ट की जेब पर Paytm का QR कोड बैज लगाए हुए देखा गया. पारंपरिक लिफाफों में शगुन देने की बजाय अब मेहमान मोबाइल निकालकर स्कैन करते हैं और तुरंत पैसे ट्रांसफर कर देते हैं.वीडियो की शुरुआत में शादी की पूरी रौनक नजर आती है, लेकिन जैसे ही कैमरा मुस्कुराते हुए पिता की ओर घूमता है, उनकी शर्ट पर लगा यह QR कोड सबका ध्यान अपनी ओर खींच लेता है.

सोशल मीडिया पर यह वीडियो सामने आते ही यूजर्स ने मजेदार टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं. एक यूजर ने लिखा-डिजिटल इंडिया का अब शादी एडिशन! वहीं दूसरे ने हंसते हुए कमेंट किया कि अब कैश नहीं, सिर्फ स्कैन और संस्कार!

देखें वायरल वीडियो

शादी का बदलता ट्रेंड और बढ़ती वेडिंग इकॉनमी

लोगों ने इस कदम को प्रैक्टिकल और इको-फ्रेंडली बताया क्योंकि इससे नकद और कागज दोनों की बचत होती है.हालांकि, कुछ यूजर्स ने इस ट्रेंड पर सवाल भी उठाए. उनका कहना था कि शादी जैसे पारंपरिक मौके पर डिजिटल ट्रांजेक्शन थोड़ा अजीब लगता है. एक ने लिखा, अब शगुन भी ऑनलाइन हो गया, ये तो हद है.

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भले ही यह ट्रेंड थोड़ा अलग लगे, लेकिन यह भारत की तेजी से बढ़ती शादी की अर्थव्यवस्था से बिल्कुल मेल खाता है.कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के मुताबिक, 1 नवंबर से 14 दिसंबर के बीच देश में करीब 46 लाख शादियां होंगी, जिनसे लगभग 6.5 लाख करोड़ रुपया का कारोबार होने की उम्मीद है. सिर्फ दिल्ली में ही करीब 5 लाख शादियों से 1.8 लाख करोड़ रुपया का बिजनेस होगा.

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