मामूली अंग्रेजी चेक नहीं कर पाईं पटना यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर? IAS का ट्वीट वायरल

पटना यूनिवर्सिटी का एक सर्कुलर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दरअसल, एक IAS अधिकारी ने यूनिवर्सिटी की गलती को दिखाते हुए ट्वीट किया था, जिसे बाद में यूनिवर्सिटी ने उसे typo/clerical एरर बता दिया.

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IAS ने शेयर किया पटना यूनिवर्सिटी के सर्कुलर का फोटो IAS ने शेयर किया पटना यूनिवर्सिटी के सर्कुलर का फोटो

रोहित कुमार सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 13 जून 2022,
  • अपडेटेड 2:53 PM IST
  • बिहार कैडर के IAS ने शेयर की यूनिवर्सिटी की गलती
  • यूनिवर्सिटी ने गलती पर बाद में दी सफाई

बिहार के एक IAS अधिकारी ने ही बिहार की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी की पोल खोल दी है. उन्होंने ट्वीट कर पटना यूनिवर्सिटी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया गया एक सर्कुलर शेयर किया. उन्होंने सर्कुलर की गलतियों को चिन्हित किया. जिसके बाद उनका यह ट्वीट वायरल हो रहा है.

पटना यूनिवर्सिटी की ओर से, इंग्लिश में जारी किए गए सर्कुलर में व्याकरण और वाक्य विन्यास की कई अशुद्धियां थीं. इसे लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर बिहार के कॉलेजों में किस प्रकार के शिक्षक और प्रोफेसर हैं, जो सही तरीके से अंग्रेजी में एक सर्कुलर तक नहीं लिख सकते हैं.

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केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के इस सर्कुलर को आईएएस अधिकारी संजय कुमार ने शेयर किया. एचओडी डॉ. बीना रानी की ओर से, यह सर्कुलर 10 जून को जारी किया गया था. इसमें पटना विश्वविद्यालय के पीएचडी और रिसर्च के छात्रों को निर्देश दिया गया था कि वह अपना अटेंडेंस रोजाना अटेंडेंस रजिस्टर में दर्ज करें. ऐसा नहीं करने पर उन्हें उस दिन के लिए अनुपस्थित दिखाया जाएगा.

संजय कुमार ने फोटो को शेयर करते हुए लिखा- यह नोटिस, पटना विश्वविद्यालय के एक प्रमुख विभाग द्वारा जारी किया गया था. नोटिस में इस्तेमाल किया गया व्याकरण और वाक्य विन्यास, एक प्रोफेसर के लिए बहुत लो स्टैंडर्ड का है. लापरवाही या अक्षमता, ये जो कुछ भी है, हमारी उच्च शिक्षा की स्थिति को बताती है.

संजय कुमार ने इस ट्वीट में बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा विभाग और अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को भी टैग किया है.

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मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना यूनिवर्सिटी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की तरफ से बाद में एक नया नोटिस जारी किया गया. इसमें बताया गया कि typo/clerical गलतियों की वजह से पुराना नोटिस हटा दिया गया है.

बता दें, संजय कुमार फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं, लेकिन कुछ समय पहले तक वह बिहार सरकार में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव थे. संजय कुमार स्वास्थ्य विभाग में भी प्रधान सचिव के पद पर काम कर चुके हैं. वह 1990 बैच के बिहार कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी हैं.

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