20 महीने के बेटे के रोने पर तमतमाया पिता, मुक्के से पहुंचाई जानलेवा चोट, मिली 10 साल की जेल

क्या कोई सोच भी सकता है कि एक पिता अपने ही 20 महीने के मासूम को सिर्फ इसलिए बेरहमी से मुक्का मार दे क्योंकि बच्चा रो-रोकर उसे परेशान कर रहा था.अमेरिका से सामने आया यह मामला इंसानियत को शर्मसार करने वाला है और हर किसी को हैरान कर रहा है.

Advertisement
अस्पताल में जब बच्चे का ऑपरेशन हुआ तो पता चला कि आंत फट चुकी है (Representational Image – AI Generated) अस्पताल में जब बच्चे का ऑपरेशन हुआ तो पता चला कि आंत फट चुकी है (Representational Image – AI Generated)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST

अमेरिका के पोर्टलैंड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 20 महीने के मासूम बच्चे को उसके अपने पिता ने सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीट दिया क्योंकि वह रो रहा था.पुलिस के मुताबिक आरोपी जोसेफ वॉशिंगटन ने 4 अप्रैल 2024 को अपने बेटे को पेट में इतनी जोर से मुक्का मारा कि उसकी छोटी आंत फट गई. डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के पेट में बाइल और हवा भर चुकी थी, जिससे उसकी जान भी जा सकती थी.

Advertisement

क्या बच्चे की बची जान

मिरर न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना उस वक्त हुई जब मां काम पर गई हुई थी और पिता बच्चे की देखभाल कर रहा था थोड़ी देर बाद पिता ने मां को कॉल कर बताया कि बच्चा बार-बार उल्टी कर रहा है. मां ने अस्पताल ले जाने की सलाह दी, लेकिन जोसेफ बच्चे को सीधे मां के कार्यस्थल पर ले आया. वहां से मां उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इमरजेंसी सर्जरी हुई और बच्चे की जान बचाई जा सकी.

खुद किया गुनाह कबूल

अस्पताल में जब बच्चे का ऑपरेशन हुआ तो पता चला कि आंत फट चुकी है. डॉक्टरों ने साफ किया कि इतनी गंभीर चोट सिर्फ किसी जबरदस्त बाहरी वार से ही हो सकती है.जांच के दौरान सामने आया कि बच्चे के साथ उस वक्त सिर्फ पिता ही था. यही नहीं, बच्चे की हालत बिगड़ने पर भी आरोपी ने तुरंत अस्पताल नहीं ले जाकर लापरवाही दिखाई. अभियोजन पक्ष ने बताया कि वॉशिंगटन ने मां के सामने खुद अपना गुनाह स्वीकार किया था. जूरी ने सबूतों और बयान के आधार पर उसे दोषी माना.

Advertisement

मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने आरोपी को 10 साल कैद की सजा सुनाई.प्रॉसिक्यूटर ने बताया कि वॉशिंगटन का आपराधिक रिकॉर्ड लंबा है. इसमें हमला, किडनैपिंग और यहां तक कि बच्चों की ट्रैफिकिंग तक के मामले दर्ज हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement