बाहर ही नहीं, दिल्ली मेट्रो के अंदर भी हवा जहरीली, यात्री ने शेयर किया हैरान करने वाला AQI

दिल्ली की जहरीली हवा का असर अब दिल्ली मेट्रो तक पहुंच गया है. मेट्रो के अंदर का AQI दिखाता एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरान हैं और राजधानी की हवा को लेकर नई चिंता जताई जा रही है.

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दिल्ली मेट्रो के अंदर की हवा भी ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है (Photo:X/@vimlendu) दिल्ली मेट्रो के अंदर की हवा भी ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है (Photo:X/@vimlendu)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:54 AM IST

दुनिया में कई शहर ऐसे हैं जहां AQI 20 से भी कम रहता है, जैसे नॉर्वे की राजधानी ओस्लो (AQI 1), अमेरिका का डेट्रॉइट (AQI 8) और कनाडा का टोरंटो (AQI 11), जहां लोग बेहद साफ हवा में सांस ले सकते हैं. इसके मुकाबले दम घुटती दिल्ली का हाल दिन-ब-दिन बदतर होता जा रहा है.

नवंबर 2025 में दिल्ली का औसत AQI 382 से बढ़कर 558 तक पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. हवा में मौजूद PM2.5 का स्तर WHO के मानकों से करीब 20 गुना ज्यादा दर्ज हुआ, यानी इतनी जहरीली हवा कि हर सांस स्वास्थ्य के लिए खतरा बन जाए. सड़कें, ऑफिस, बाज़ार, यहां तक कि घरों के अंदर भी दिल्ली की खराब हवा से कोई पूरी तरह नहीं बच पा रहा. लेकिन लोगों को हमेशा लगता था कि दिल्ली मेट्रो एक सुरक्षित जगह है, जहां एसी सिस्टम और बंद संरचना के कारण बाहर का प्रदूषण अंदर नहीं घुसेगा. सवाल यह है कि क्या वाकई ऐसा है?

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इसी को परखने के लिए कई लोग दिल्ली मेट्रो का सफर चुनते हैं, मानते हुए कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यह अनुभव बाकी शहर की तुलना में ज्यादा सुरक्षित और सुहाना होता है. लेकिन क्या मेट्रो के अंदर की हवा वाकई सुरक्षित होती है? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए एक शख्स ने दिल्ली मेट्रो के भीतर ही एयर क्वालिटी चेक की. नतीजा इतना चौंकाने वाला था कि सोशल मीडिया पर लोग भी हैरान रह गए.

दिल्ली मेट्रो के अंदर की हवा कैसी है?
पर्यावरण कार्यकर्ता Vimlendu Jha ने 25 नवंबर को अपने एक्स हैंडल से वीडियो शेयर किया. अपलोड होते ही पोस्ट तेजी से चर्चा में आ गई और देखते ही देखते 50 हजार से ज्यादा व्यूज़ और सैकड़ों लाइक्स जुटा लिए. कई यूजर्स ने कमेंट कर लिखा कि यह वीडियो सचमुच आंखें खोल देने वाला है और अब वे दिल्ली मेट्रो में भी मास्क लगाकर ही सफर करेंगे. कुछ लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि Delhi Metro Rail Corporation को कोचों में एयर प्यूरीफायर लगाने जैसे कदमों पर विचार करना चाहिए. वहीं कुछ यूजर्स का कहना था कि हर मेट्रो कोच में AQI मीटर होने चाहिए ताकि यात्री तुरंत जान सकें कि वे किस गुणवत्ता की हवा में सांस ले रहे हैं.

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यह क्लिप सिर्फ 20 सेकंड की है, जिसमें शख्स Delhi Metro में सफर करता नजर आता है. इसी दौरान शख्स अपना AQI meter ऑन करता है और कोच के अंदर की हवा की गुणवत्ता मापना शुरू करता है. डिवाइस की स्क्रीन पर 323 से 319 तक की AQI रीडिंग दिखाई देती है, जो किसी भी बंद और एसी कोच के लिए चौंकाने वाली मानी जाएगी. मापते हुए वह कैमरा कोच में बैठे अन्य यात्रियों की ओर भी घुमाता है, ताकि साफ दिख सके कि वही हवा सभी लोग सांस के साथ अंदर ले रहे हैं.

देखें वायरल वीडियो

 

'आपकी सेहत सबसे पहले है'

शख्स ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा कि एयर पॉल्यूशन को हल्के में लेना सबसे बड़ी भूल है. लोगों को लगता है कि AQI तो सिर्फ एक नंबर है और जिंदगी वैसे ही चलती रहेगी, लेकिन हकीकत इससे कहीं ज्यादा खतरनाक है. उसने बताया कि अभी कुछ ही मिनट पहले Delhi Metro के अंदर AQI 320 दर्ज हुआ, यानी बाहर की हवा को भूल जाइए, मेट्रो जैसे बंद और एसी कोच में भी हालात खराब हैं. पोस्ट के अंत में उसने लोगों को चेताते हुए कहा—दोस्तों, मास्क लगाइए. घबराइए मत, इसे पहनना आज भी कोई अपराध नहीं है. आपकी सेहत सबसे पहले है.

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दिल्ली मेट्रो में भी सांस लेना मुश्किल!
323 से 319 के बीच दर्ज हुआ AQI पूरी तरह ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है, जहां सामान्य रूप से स्वस्थ लोग भी बीमार पड़ सकते हैं. पीएम2.5 का स्तर अभी भी WHO की सुरक्षित सीमा से 25 से 30 गुना तक अधिक है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो सकता है और अस्थमा अटैक के साथ हार्ट अटैक का जोखिम भी बढ़ जाता है. ऐसे हालात में बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को संभव हो तो घर के अंदर ही रहने की सलाह दी जाती है.

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