8 महीने की प्रेग्नेंट थी महिला! पेट से निकली ऐसी चीज कि हैरान रह गए डॉक्टर

यह एक कॉम्पलिकेटेड मेडिकल केस था, जहां एक प्रेग्नेंट वूमेन के पेट में बच्चा और सिस्ट दोनों ही साथ-साथ बड़े हो रहे थे. दिन-ब-दिन सिस्ट इतना खतरनाक होता जा रहा था कि बच्चे को भी दबाने लगा था. लेकिन एक मुश्किल ऑपरेशन के जरिये आखिरकार मां और बेटे दोनों की जान बचा ली गई.

Advertisement
महिला के पेट में सिस्ट बढ़कर 35 सेंटीमीटर का ‘मॉन्स्टर ट्यूमर’ बन गया: (Representational Image: AI) महिला के पेट में सिस्ट बढ़कर 35 सेंटीमीटर का ‘मॉन्स्टर ट्यूमर’ बन गया: (Representational Image: AI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:10 PM IST

मेडिकल साइंस की दुनिया से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो इंसानी हिम्मत और डॉक्टरों की कुशलता की मिसाल है. इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में 26 साल की गर्भवती महिला के साथ ऐसा हुआ, जिससे मां और अजन्मे बच्चे दोनों की जान खतरे में आ गई थी.

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, 26 साल की गर्भवती महिला जब 34 हफ्ते की प्रेग्नेंसी में असहनीय दर्द के साथ अस्पताल पहुंची, तो अल्ट्रासाउंड में सामने आया दृश्य देखकर सभी दंग रह गए.

Advertisement

बच्चे को घेरे बैठा था 35 सेंटीमीटर का सिस्ट

जांच में पता चला कि महिला के गर्भाशय को एक विशाल सिस्ट ने चारों तरफ से घेर लिया है. यह सिस्ट इतना बड़ा था कि उसने पूरे गर्भाशय को दाईं ओर धकेल दिया और बच्चे की ग्रोथ पर असर डालने लगा.

दरअसल, छह हफ्ते पहले हुए अल्ट्रासाउंड में बाएं अंडाशय पर एक छोटा-सा सिस्ट दिखाई दिया था. किसी ने सोचा भी नहीं था कि वही सिस्ट बढ़कर 35 सेंटीमीटर का ‘मॉन्स्टर ट्यूमर’ बन जाएगा और मां-बेटे दोनों की जान खतरे में डाल देगा.डॉक्टरों को यकीन ही नहीं हुआ कि यह सिस्ट इतनी तेजी से इतना बड़ा हो जाएगा. हालात ये हो गए थे कि यह सिस्ट महिला की बच्चेदानी को दबाने लगा था और पूरा पेट अपनी गिरफ्त में लेने लगा था.

Advertisement

11 लीटर तरल से भरा सिस्ट निकाला गया

स्थिति नाजुक थी. डॉक्टरों ने ऑपरेशन का फैसला लिया. चार घंटे चले इस जटिल ऑपरेशन के दौरान बाएं अंडाशय से 35 सेंटीमीटर का सिस्ट निकाला गया, जिसमें करीब 11 लीटर तरल भरा था. राहत की बात यह रही कि यह सिस्ट कैंसर पैदा नहीं कर रहा था.यही नहीं, इसी दौरान महिला की डिलीवरी भी कराई गई. सी-सेक्शन से जन्मे बच्चे का वजन 5 पाउंड (करीब 2.2 किलो) था. आश्चर्य की बात यह रही कि इतनी गंभीर स्थिति में भी बच्चा पूरी तरह स्वस्थ निकला.

तेज रिकवरी, मां-बेटे दोनों सुरक्षित

ऑपरेशन के कुछ ही दिनों बाद महिला की हालत में तेजी से सुधार हुआ और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. आज मां और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं.अब इसे लोग मेडिकल मिरेकल कह रहे हैं, क्योंकि इतने विशाल सिस्ट के बावजूद मां और बच्चे का सुरक्षित होना किसी करिश्मे से कम नहीं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement