ऑस्ट्रेलिया के पड़ोस में स्थित देश न्यूजीलैंड को कोरोना फ्री घोषित कर दिया गया है. इस मौके पर प्रधानमंत्री जसिंडा अर्डर्न ने कहा है कि आखिरी मरीज के अस्पताल से छुट्टी मिलने की खबर सुनकर इतनी खुशी मिली कि उन्होंने बेटी के संग थोड़ा डांस भी किया. अब आधी रात से न्यूजीलैंड में लोगों पर लगाई गईं तमाम पाबंदियां हटाई जा रही हैं. हालांकि, सीमा पर पाबंदी जारी रहेगी.
बीते 10 दिन से 50 साल की कोरोना पीड़ित महिला का अस्पताल में इलाज जारी था जिन्हें सोमवार को रिकवर घोषित कर दिया गया. बीते 17 दिनों में कोरोना का एक भी नया केस देश में सामने नहीं आया.
न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री जसिंडा अर्डर्न ने सोमवार को कहा कि हम तैयार हैं. न्यूजीलैंड ने वायरस को कुचलने के लिए अप्रत्याशित तरीके से एकजुट होकर काम किया है.
25 मार्च को पहली बार न्यूजीलैंड में लॉकडाउन लागू किया गया था. तब देश में कोरोना मरीजों की संख्या सिर्फ 200 थी. 4-5 हफ्ते के बाद लोगों को कुछ छूट दी गई थी. जसिंडा अर्डर्न ने कहा कि अब न्यूजीलैंड के लोग ऐसे देश में रहेंगे जहां वैश्विक महामारी के वक्त जिंदगी जीना सामान्य महसूस होगा. उन्होंने कहा कि अब सभी तरह के सोशल डिस्टेंसिंग और पाबंदी को खत्म कर देना चाहिए.
न्यूजीलैंड के ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग अभी भी सतर्कता बरतने की अपील कर रहे हैं. एक यूजर ने ट्वीट किया- जीरो एक्टिव केस होने के बावजूद मैं सतर्कता के सिद्धांत पर काम करूंगा और मैं कोरोना की वजह से वापस जिम नहीं जा रहा.
जसिंडा अर्डर्न ने कहा - 'गूगल डाटा के मुताबिक, न्यूजीलैंड के लोगों ने बड़े पैमाने पर अपनी आवाजाही खत्म कर दी. ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका की तुलना में अधिक लोग न्यूजीलैंड में अपने घरों में रहे.