साल 2008 में मुंबई पर हुआ आतंकी हमला तो आपको याद ही होगा. उस हमले में मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर आजम पटेल ने हीरो बनकर कई लोगों की जान आतंकियों से बचाई थी. वो उस वक्त आतंकियों से लोगों को बचाने की लड़ाई तो जीत गए थे लेकिन कोरोना से अपने जीवन की लड़ाई हार गए.
50 साल के आजम पटेल की कोरोना वायरस से मौत हो गई. उन्होंने बुधवार को आखिरी सांस ली. वो अपनी आखिरी पोस्टिंग के दौरान एसआईटी में तैनात थे. बीते दिनों ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. (सांकेतिक तस्वीर)
बता दें कि 26 नवंबर 2008 की रात जब अजमल कसाब और उसके साथी मुंबई की सड़कों पर खूनी तांडव मचा रहे थे तो उस वक्त पटेल की ड्यूटी मेट्रो सिनेमा के पास ही थी. (सांकेतिक तस्वीर)
जब उन्होंने आतंकियों को अंधाधुंध गोलियां चलाते देखा तो चिल्लाकर सबको सावधान करते हुए कहा लेट जाओ नहीं तो किसी की जान नहीं बचेगी. इससे कई लोग मरने से बच गए थे. (सांकेतिक तस्वीर)
बता दें कि महाराष्ट्र में करीब 10 हजार पुलिसकर्मी भी कोरोना की चपेट में है जिसमें 1 हजार से ज्यादा अफसर भी शामिल हैं.