समुद्र में खराब मौसम की वजह से उन्हें बेहद मुश्किल हालात में रहना पड़ा. इस दौरान उन्होंने सिर्फ बारिश के पानी से अपनी प्यास बुझाई. 6 जुलाई को उनकी नाव बह गई थी. 10 जुलाई को उन्हें रेस्क्यू किया गया.
पश्चिम बंगाल के नारायणपुर के रहने वाले दास 4 जुलाई को 14 मछुआरों के साथ समुद्र में दूर मछली पकड़ने निकले थे. लेकिन नाव के पलटने के दौरान दास और 11 अन्य साथी समुद्र में कूद गए थे.
अन्य 11 मछुआरे अगले कुछ दिनों में एक-एक कर समुद्र में बह गए. लेकिन दास ने गजब साहस का परिचय देते हुए खुद को जिंदा रखा. उन्होंने तेल के खाली किए गए ड्रम को एक बांस के सहारे बांध रखा था.