बर्फीले पहाड़ों के बीच दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन, यहां ट्रेन से उतरना मना है

दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन तिब्बत के तांगगुला में है, जोकि 5,068 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह स्टेशन तकनीक और साहस का अद्भुत उदाहरण है, जहां उतरना तो मुमकिन नहीं, लेकिन गुजरते समय चारों ओर का नज़ारा आपको मंत्रमुग्ध कर देता है.

Advertisement
यह स्टेशन जमीन से 5,068 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है (Photo: Wikipedia) यह स्टेशन जमीन से 5,068 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है (Photo: Wikipedia)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST

Highest Railway Station: रेलवे का सफर हमेशा से रोमांचक रहा है, लेकिन कुछ यात्राएं ऐसी होती हैं जो हमें हमेशा याद रहती हैं. ऐसी ही एक यात्रा है चीन के तिब्बत में, जहां ट्रेन बादलों के बीच से होकर गुजरती है. हम बात कर रहे हैं तांगगुला रेलवे स्टेशन की, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है. यह स्टेशन जमीन से 5,068 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, और इसे यहां तक पहुंचना इंजीनियरिंग का एक बड़ा चमत्कार है.

Advertisement

यह रेल यात्रा सिर्फ एक सफर नहीं, बल्कि इंसान के साहस और इच्छाशक्ति की कहानी है, जिसने इतनी ऊंचाई पर रेलवे लाइन बिछाने की कल्पना को सच कर दिखाया. आइए, जानते हैं इस अनोखी यात्रा और इस स्टेशन के बारे में, जो आपको हैरान कर देगा. 

आधुनिक इंजीनियरिंग का अजूबा

तांगगुला स्टेशन को 2006 में क़िंगहाई-तिब्बत रेलवे लाइन के हिस्से के रूप में बनाया गया था. यह लाइन क़िंगहाई प्रांत के शिनिंग शहर से तिब्बत की राजधानी ल्हासा तक जाती है. 1,956 किलोमीटर लंबी यह लाइन बनाते समय इंजीनियरों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इसमें कड़ाके की ठंड, ऑक्सीजन की कमी और जमी हुई मिट्टी (पर्माफ्रॉस्ट) जैसी मुश्किलें शामिल थीं, जिन्हें पार करना नामुमकिन सा लगता था. लेकिन इंजीनियरों ने इन सभी चुनौतियों को मात देकर यह करिश्मा कर दिखाया.

Advertisement
तांगगुला रेलवे स्टेशन (Photo: Wikipedia)

बिना स्टाफ का स्टेशन

तांगगुला स्टेशन की सबसे खास बात यह है कि यह बिना किसी कर्मचारी के काम करता है. इसे सिर्फ एक तकनीकी स्टॉप के रूप में बनाया गया है, जहां यात्री न तो ट्रेन से उतर सकते हैं और न ही चढ़ सकते हैं. यह स्टेशन चारों तरफ से बर्फ से ढकी चोटियों और हरी-भरी घास के मैदानों से घिरा है, जो इसे बेहद शांत और सुंदर बनाते हैं. इसकी खास बात यह है कि यहां कोई भीड़ या शोरगुल नहीं होता, जिससे यात्री सिर्फ प्रकृति की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं.

यात्रियों के लिए खास एक्सपीरियंस

भले ही यात्री इस स्टेशन पर उतर नहीं सकते, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे इस जगह का अनुभव नहीं ले सकते. जब ट्रेन तांगगुला स्टेशन से गुजरती है, तो यात्रियों को स्टेशन और उसके आसपास के शानदार नजारों का दीदार करने का मौका मिलता है. इस यात्रा की खासियत यह है कि इतनी ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी से यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए ट्रेनों में ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा भी दी गई है.

तांगगुला रेलवे स्टेशन और यह पूरी रेल लाइन इंसान के उस अदम्य साहस का प्रतीक है, जो असंभव को भी संभव बना सकता है. भले ही यहां कदम रखना संभव न हो, लेकिन इस रास्ते से गुजरना अपने आप में एक ऐसा यादगार एक्सपीरियंस है, जो हमेशा के लिए याद रह जाएगा.

---- समाप्त ----

TOPICS:
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement