नए साल का आगाज होने वाला है और हम में से ज्यादातर लोग अपनी पसंदीदा गाड़ी उठाकर किसी खूबसूरत सड़क पर निकल जाने की योजना बना रहे हैं. खुली सड़कें, पहाड़ों के टेढ़े-मेढ़े रास्ते और ठंडी हवा का झोंका, यह सब सुनने में जितना रोमांचक लगता है, उतना ही यह हमारे मन को ताजगी से भर देता है. लेकिन इस उत्साह के बीच हम अक्सर एक बड़े खतरे को भूल जाते हैं और वह है राजमार्गों पर फैला हुआ वायु प्रदूषण. नए साल की यह मस्ती कहीं आपकी सेहत के लिए 'विलेन' न बन जाए, क्योंकि लंबी दूरी के सफर में हम लगातार गाड़ियों के धुएं और जहरीली हवा के संपर्क में रहते हैं.
अच्छी बात यह है कि आप अपनी रोड ट्रिप का पूरा मजा लेते हुए भी खुद को इस गंदगी से बचा सकते हैं. इसके लिए आपको अपना रास्ता नहीं बदलना है, बस कुछ छोटी-छोटी और समझदारी भरी बातों का ख्याल रखना है. अगर आप भी इस साल अपनी कार की खिड़कियां गिराकर शुद्ध हवा का अहसास करना चाहते हैं, तो आपको बस सही प्लानिंग की जरूरत है. आइए जानते हैं कि इस नए साल में आप अपनी रोड ट्रिप को कैसे 'क्लीन और सुरक्षित' बना सकते हैं, ताकि आपकी यादें भी शानदार रहें और फेफड़े भी सलामत.
1- सेहतमंद सफर के लिए करें सही जगह का चुनाव
आपकी यात्रा कितनी यादगार और सेहतमंद होगी, इसका फैसला आपके घर से निकलने से पहले ही हो जाता है. अगर आप नए साल का जश्न मनाने के लिए किसी ऐसी जगह को चुनते हैं जहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) पहले से ही खराब है, तो आप अपनी सेहत को जोखिम में डाल रहे हैं. कोशिश करें कि अपनी रोड ट्रिप के लिए उन इलाकों का चुनाव करें जिनका स्वच्छ हवा का रिकॉर्ड बेहतर रहा हो. जैसे कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्से ऐसे हैं जहां ज्यादातर समय हवा की क्वालिटी बहुत अच्छी रहती है.
हालांकि, अगर आपका मन दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों को करीब से देखने का है, तो मौसम और समय का ध्यान रखें. क्योंकि साल के कुछ खास समय में इन महानगरों की हवा भी सामान्य से बेहतर होती है. इसलिए लोकेशन चुनते समय गूगल पर एक बार वहां की वायु क्वालिटी की ताजा स्थिति जरूर चेक कर लें.
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2. अपनी कार को रखें दुरुस्त
सड़क पर प्रदूषण कम करने की जिम्मेदारी सिर्फ दूसरों की नहीं, हमारी भी है. आपकी कार जितनी ईंधन-कुशल होगी, वह वातावरण में उतना ही कम जहर उगलेगी. इसलिए सफर पर निकलने से पहले अपने वाहन की पूरी सर्विसिंग करवाना सबसे बुनियादी और जरूरी कदम है. खासकर अगर आप डीजल गाड़ी चला रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि उसका पार्टिकुलेट फिल्टर साफ हो. इसके अलावा, टायरों में हवा का सही दबाव न केवल गाड़ी को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है, बल्कि यह ईंधन की खपत और उत्सर्जन
(पेट्रोल या डीजल जलने के बाद जो धुआं बाहर निकलता है) को भी कम करता है. एक छोटी सी आदत जो बहुत बड़ा बदलाव लाती है, वह है ट्रैफिक सिग्नल पर इंजन बंद करना. जब कार खड़ी हो और इंजन चालू रहे, तो वह बिना मतलब के हानिकारक प्रदूषक छोड़ती है. याद रखें, एक अच्छी तरह से मेंटेन की गई कार न सिर्फ आपकी जेब बचाती है, बल्कि आपके आस-पास की हवा को भी साफ रखती है.
3. पैकिंग में सुरक्षा के साधन को न करें नजरअंदाज
रोड ट्रिप की पैकिंग का मतलब सिर्फ सुंदर कपड़े और स्नैक्स नहीं होता, बल्कि इसमें आपकी सुरक्षा का सामान भी शामिल होना चाहिए. अगर आपका रास्ता किसी ऐसे इंडस्ट्रियल एरिया या प्रदूषित जोन से होकर गुजरता है जहां हवा की स्थिति बिगड़ सकती है, तो एक अच्छी क्वालिटी का फिटिंग वाला मास्क आपके बैग में जरूर होना चाहिए. यह मास्क आपको धूल, पराग और धुएं के बारीक कणों को सांस के जरिए अंदर ले जाने से रोकेगा. अक्सर हम बाहर घूमने के दौरान प्रदूषण को हल्के में ले लेते हैं, लेकिन एक छोटा सा मास्क आपकी यात्रा को सुरक्षित बना सकता है. इसके अलावा, अपने साथ कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त फल और पानी की पर्याप्त मात्रा रखें जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करें.
4. गाड़ी के केबिन को ऐसे रखें प्रदूषण मुक्त
कई बार हम यह सोचकर बेफिक्र हो जाते हैं कि हम कार के अंदर हैं तो सुरक्षित हैं, लेकिन शोध बताते हैं कि गाड़ियों के पास रहने से फेफड़ों और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. कार के भीतर प्रदूषण कम करने के लिए ड्राइविंग के दौरान अपने आगे चल रहे वाहनों, खासकर बड़े डीजल ट्रकों से एक सुरक्षित दूरी (बफर) बनाकर रखें.
इसके अलावा ट्रैफिक लाइट या भारी जाम में अपनी खिड़कियां पूरी तरह बंद रखें और एसी को 'री-सर्कुलेशन' मोड पर सेट कर दें ताकि बाहर की जहरीली हवा अंदर न आए. साथ ही, कार एयर फ्रेशनर के इस्तेमाल से बचें, क्योंकि इनमें मौजूद रसायन (VOCs) ताजी हवा का विकल्प नहीं बल्कि खुद एक प्रदूषक हैं. अगर संभव हो, तो अपनी कार में एक 'HyperHEPA' तकनीक वाला एयर प्यूरीफायर लगवाएं जो हवा के सूक्ष्म कणों को आपके श्वास स्थान तक पहुंचने से पहले ही पकड़ लेता है.
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5. होटल के कमरे में भी जरूरी है शुद्ध हवा का पहरा
सफर के दौरान हम रात बिताने के लिए होटल का चुनाव करते हैं. इसमें होता यह है कि कमरा ऊपर से साफ दिखता है, लेकिन वहां की अदृश्य वायु क्वालिटी आपकी नींद और सेहत को प्रभावित कर सकती है. इसलिए कमरे में पहुंचते ही अगर आपको हवा भारी लगे, तो थोड़ी देर के लिए खिड़कियां खोलकर वेंटिलेशन होने दें. हालांकि, अगर बाहर का प्रदूषण स्तर या पराग कणों (Pollen) की संख्या ज्यादा है, तो खिड़कियां बंद रखना ही बेहतर है. ऐसे समय में एक पोर्टेबल पर्सनल एयर प्यूरीफायर आपका सबसे बड़ा सहारा बन सकता है. इसे अपने बेडसाइड टेबल पर रखने से यह सुनिश्चित होगा कि सोते समय आपके आसपास का घेरा शुद्ध और फिल्टर्ड हवा से भरा रहे, जिससे आप अगली सुबह पूरी ताजगी के साथ जागें.
6. गाड़ी को ब्रेक दें और पैदल सैर का मजा लें
सफर का असली रोमांच गाड़ी से बाहर निकलने में है. नए साल पर किसी शहर की भीड़भाड़ में गाड़ी चलाने के बजाय, उसे पार्क करें और पैदल घूमने या साइकिलिंग का आनंद लें. भारत के कई बड़े शहरों में अब शानदार विशाल पार्क और पैदल चलने के लिए खास रास्ते उपलब्ध हैं, जहां आप प्रकृति के नजारों का मजा ले सकते हैं. इसके अलावा किसी नजदीकी नेशनल पार्क में जाकर कार से बाहर निकलें और खुली हवा में टहलें. ध्यान देने की बात यह है कि लंबी रोड ट्रिप की योजना इस तरह बनाएं कि आप एक ही जगह पर ज्यादा समय रुक सकें. इससे न केवल पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि आप उस जगह को ज्यादा सुकून से महसूस कर पाएंगे.
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