दिल्ली के 'गैस चेंबर' से दूर 100 से नीचे AQI, थरूर ने की तिरुवनंतपुरम की तारीफ क्या है खूबी

लखनऊ के इकाना स्टेडियम में भारत-दक्षिण अफ्रीका मैच स्मॉग की वजह से रद्द होने पर सांसद शशि थरूर ने 'X' पर तंज कसा. उनका यह बयान उत्तर भारत में बढ़ते प्रदूषण की ओर सीधा इशारा करता है.

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तिरुवनंतपुरम में लें सुकून की सांस (Photo: Pexels) तिरुवनंतपुरम में लें सुकून की सांस (Photo: Pexels)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 18 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:43 PM IST

जब क्रिकेट का जुनून सिर चढ़कर बोल रहा हो और मैदान पर सन्नाटा पसर जाए, तो फैंस का दिल टूटना लाजिमी है. लखनऊ के इकाना स्टेडियम में कुछ ऐसा ही हुआ, जहां भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाला मुकाबला बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हो गया. वजह कोई बारिश नहीं, बल्कि वो जहरीला स्मॉग था जिसने पूरे शहर को अपनी गिरफ्त में ले रखा है. इसी बीच, अपनी हाजिरजवाबी के लिए मशहूर कांग्रेस नेता और वर्तमान सांसद शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा 'शाब्दिक सिक्सर' मारा, जिसने उत्तर भारत के प्रदूषण की असलियत बयां कर दी. 

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दरअसल  कांग्रेस नेता थरूर ने अपने 'एक्स' पोस्ट में बड़े बेबाक अंदाज में लिखा कि जहां लखनऊ के क्रिकेट प्रेमी 411 के जहरीले AQI में मैच शुरू होने का बेकार इंतजार कर रहे हैं, वहीं उनके शहर तिरुवनंतपुरम में 68 AQI की ताजी हवा मेहमानों का स्वागत करने को तैयार है. उनका यह तंज अब सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है. आखिर कैसा है वहां का मौसम और कौन-कौन सी वो खास जगहें हैं जो आपकी छुट्टियों को यादगार बना देंगी.

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साफ हवा और सुहावने मौसम का ठिकाना 

इस शहर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यहां उत्तर भारत जैसा दमघोंटू स्मॉग नहीं होता. समुद्र के किनारे होने की वजह से समुद्री हवाएं प्रदूषण को टिकने नहीं देतीं. सर्दियों में यहां की सुबह बहुत खुशनुमा होती है, जहां हल्की और सुंदर धुंध दिखाई देती है, जो आंखों को सुकून देती है. यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अक्सर 50 से 100 के बीच रहता है, जो फेफड़ों के लिए एकदम सही है. 

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इस साफ हवा और आरामदायक मौसम के बीच, तिरुवनंतपुरम में घूमने के लिए भी कई शानदार जगहें हैं. अगर आप शहर की हलचल से दूर कुछ सुकून भरा अनुभव लेना चाहते हैं, तो ये जगहें आपको पसंद आएंगी.

शहर के बीच स्थित चाला बाजार एक ऐसा ठिकाना है जहां आप लोकल संस्कृति और खरीदारी का मजा दोनों एक साथ ले सकते हैं. संकरी गलियों में टहलते हुए आप मसालों, हथकरघा कपड़ों, मिट्टी के बर्तनों और छोटे स्मृति चिन्हों की खुशबू में खो जाएंगे. यहां की किफायती दुकानें और रंग-बिरंगे स्टॉल्स 100 साल पुरानी यादों को ताजा कर देते हैं.

विश्व के सबसे धनी मंदिर का स्वर्णिम वैभव

चाला बाजार से महज चंद कदमों की दूरी पर स्थित है भगवान विष्णु का निवास श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर. इसे दुनिया का सबसे धनी मंदिर माना जाता है और इसकी भव्यता देखकर आप दंग रह जाएंगे. 16वीं शताब्दी में बना इसका सोने से मढ़ा गोपुरम दूर से ही चमकता है. यहां की वास्तुकला द्रविड़ और चेरा शैली का एक अद्भुत मेल है. इसके अलावा मंदिर के अंदर की बारीक नक्काशी और वहां की शांति आपको एक अलग ही आध्यात्मिक दुनिया में ले जाएगी. हालांकि, यहां जाने के लिए एक छोटा सा नियम है, पुरुषों को धोती और महिलाओं को साड़ी पहननी होती है. 

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नेपियर म्यूजियम और कनककुन्नू महल की शाही सैर

शहर के शाही इतिहास को देखने के लिए नेपियर संग्रहालय और कनककुन्नू महल से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती. नेपियर म्यूजियम की इमारत अपने आप में किसी अजूबे से कम नहीं है, जिसमें मुगल और विदेशी डिजाइन की झलक मिलती है.

अगर आप शांति और हरियाली का अनुभव चाहते हैं, तो कनककुन्नू महल घूमना न भूलें. पारंपरिक केरल वास्तुकला और महल के आसपास का वातावरण आपको पुराने समय की शाही जिंदगी की झलक दिखाता है. यहां अक्सर सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनियां भी आयोजित होती हैं. महल के लॉन में बैठकर आप कुछ देर आराम कर सकते हैं या आसपास के पैदल मार्गों पर टहल सकते हैं.

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