गुड़गांव के मेट्रो स्टेशन पर सिरफिरे आशिक ने लड़की को चाकुओं से गोदकर उतारा मौत के घाट

गुड़गांव के एक मेट्रो स्टेशन पर दिनदहाड़े एक सिरफिरे आशिक ने एक लड़की की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. लड़की का कसूर सिर्फ इतना था कि वो उससे प्यार नहीं करती  थी और लड़के के प्यार को ठुकरा दिया था.

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लड़की पर चाकुओं से किए करीब 20 वार लड़की पर चाकुओं से किए करीब 20 वार

मोनिका शर्मा / शम्स ताहिर खान

  • गुड़गांव,
  • 28 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 8:34 AM IST

गुड़गांव की एक लड़की की जिंदगी पर पौने दो मिनट भारी पड़ गए. यहां एक सिरफिरे आशिक ने भीड़भाड़ वाले एक मेट्रो स्टेशन पर लड़की पर दिन दहाड़े हमला कर दिया. लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था और उसने दम तोड़ दिया. लड़की का गुनाह सिर्फ इतना था कि उसने इस लड़के के प्यार को ठुकरा दिया था. पूरी घटना मेट्रो स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.

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वो रोज की तरह अपने काम पर जा रही थी, तभी गुड़गांव के एक मेट्रो स्टेशन पर एक सिरफिरे नौजवान ने सैकड़ों लोगों के बीच इस लड़की पर चाकुओं से हमला कर दिया. अपनी आंखों के सामने ये मंजर देख कर बीसियों लोग पौने दो मिनट तक लड़की को बचाने की कोशिश करते रहे और आखिरकार हमलावर पर काबू भी पा लिया. लेकिन तब तक लड़की की मौत हो चुकी थी.

दिल्ली के बुराड़ी मर्डर केस जैसा मामला
इस वारदात से उस कत्ल की वारदात याद आ जाती है जो आज से करीब महीने भर पहले दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई, जब एक सिरफिरे आशिक ने अपनी ही माशूका का बीच सड़क पर सरेआम चाकुओं से गोद कर कत्ल कर दिया और आस-पास खड़े सैकड़ों लोग इस खौफनाक वारदात को बस तमाशबीन बनकर देखते रहे.

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सिर पर सवार था खून
लेकिन गुड़गांव की इस वारदात में लोग महज तमाशबीन नहीं रहे, बल्कि उन्होंने कातिल का शिकार बन रहे लड़की को बचाने की पुरजोर कोशिश की. ये और बात है कि यहां भी कातिल के सिर पर खून सवार था और वो लड़की को मौत के घाट उतारने में कामयाब रहा.

सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
सुबह का वक्त है और घड़ी में नौ बजकर 45 मिनट हुए थे. तभी गुड़गांव के एमजी रोड मेट्रो स्टेशन पर सैकड़ों लोगों के बीच एक शख्स तेजी से चलता हुआ नजर आता है. इस शख्स को देख कर ये अंदाजा लगाना भी मुश्किल है कि अगले ही पल वो क्या करनेवाला है. लेकिन दो से तीन सेकंड गुजरते हैं और लपक कर अपने आगे चल रही एक लड़की को काबू कर उस पर ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला कर देता है. दो चाकू लगते ही लड़की लड़खड़ा कर जमीन पर गिर जाती है. लेकिन हमलावर उसे नहीं छोड़ता और उस पर लगातार वार करता रहता है.

हमलावर पर टूट पड़ी भीड़
पहले तो आस-पास गुजर रहे लोगों को भी मामला समझ में नहीं आता, लेकिन 10 से 12 सेकंड गुजरते-गुजरते एक शख्स आगे आता है और अपने बैग से मारकर हमलावर को वहां से भगाने की कोशिश करता है, लेकिन लड़का पीछे नहीं हटता बल्कि लड़की के ऊपर बैठ कर लगातार उसे चाकू मारता रहता है. इसी दौरान एक-एक कर तीन-चार लोग उसे रोकने की कोशिश में उस पर बैग और दूसरी चीजें फेंकने लगते हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं होता.

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करता रहा लड़की पर वार
लोगों ने शोर मचाकर हमलावर का ध्यान भटकाने की कोशिश की, उस पर बैग से हमला किया लेकिन उसके सिर पर खून इस कदर सवार था कि वो टस से मस नहीं हुआ. इस बीच हमलावर न सिर्फ लड़की को चाकू मारता है, बल्कि चाकू से उसका गला भी रेत डालता है. रौंगटे खड़े करनेवाला ये मंजर देख कर कुछ देर के लिए तो भीड़ भी पीछे हट गई.

अस्पताल ले जाने से पहले ही तोड़ दिया दम
तभी भीड़ में से एक शख्स पास से स्टैंड वाला पंखा उठा कर लाया और फिर वही पंखा पूरी ताकत से हमलावर पर दे मारा, जिसके बाद एक बार फिर लोगों की भीड़ इस चाकू वाले हमलावर पर टूट पड़ी है और उससे चाकू छीनने के साथ-साथ खींच कर लड़की से ऊपर से हटा लिया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. जब इस लड़की को अस्पताल पहुंचाया गया, तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

ऑटोवाला चलाता है आरोपी
इस लड़की का गुनाह सिर्फ इतना था कि उसने इस सिरफिरे को इनकार कर दिया था, जिसे वो बर्दाश्त नहीं कर सका और लड़की की मौत की साजिश रच डाली. दरअसल ये आशिक एक ऐसा ऑटोवाला है, जिसके ऑटो में ये लड़की रोजाना काम पर जाती थी और बस इस लड़की के इसी कदम को ऑटोवाले ने उसकी मोहब्बत समझ लिया. उसने लड़की से शादी की पेशकश की और जब उसने इनकार किया तो वो उसकी जान का दुश्मन बन बैठा.

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लड़की का हाथ मांगने पहुंच गया था घर
मूल रूप से शिलॉन्ग की रहने वाली पिंकी एक पार्लर में ब्यूटिशियन का काम करती थी और रोजाना मेट्रो से ही अपने पार्लर तक जाती थी. लेकिन घर से मेट्रो स्टेशन तक दूरी वो रोज एक टैंपो से ही पूरा करती थी और ये टैंपो था जितेंद्र नाम के इस सिरफिरे नौजवान का. लड़की के रोज उसकी टैंपो में मेट्रो स्टेशन तक जाने की वजह से जितेंद्र ये मान बैठा था कि पिंकी उससे प्यार करने लगी है जबकि पिंकी पहले से शादीशुदा थी और उसके दिल में ऐसा कुछ भी नहीं था. और तो और सिरफिरा जितेंद्र उसके मना करने के बावजूद एक बार शिलॉन्ग में उसके घरवालों से उसका हाथ मांगने चला गया था लेकिन वहां से भी उसे बैरंग लौटना पड़ा.

पिंकी ने सिरफिरे के ऑटो से जाना किया बंद
पुलिस की मानें तो अभी हाल के दिनों में जितेंद्र से पीछा छुड़ाने के लिए पिंकी ने उससे दूरी बनाना शुरू कर दिया था. अब वो उसके टैंपो में मेट्रो स्टेशन तक भी नहीं जाती थी. बस पिंकी का यही रवैया उसे इतना नागवार गुजरा कि उसने पिंकी की जान लेने की पूरी साजिश ही रच ली.

कत्ल का नहीं कोई मलाल
लोगों की मदद से पुलिस ने लड़की के कत्ल के इल्जाम में जितेंद्र को मौका-ए-वारदात पर गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन इसके बाद जब उससे पूछताछ हुई, तो उसने बताया कि उसने अपने किए का कोई भी मलाल नहीं. पुलिस की मानें तो उस रोज जितेंद्र ने पिंकी को करीब 20 चाकू मारे थे और उसके गले की नस भी काट दी थी, जिससे पिंकी का बहुत खून बह गया और उसकी जान चली गई.

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