सपा ने नरेंद्र देव की पौत्र वधु मीरा वर्धन को लखनऊ मेयर पद के लिए मैदान में उतारा

निकाय चुनाव में सपा की राह आसान नहीं होगी क्योंकि 1951 के बाद लखनऊ में मेयर पद सबसे ज्यादा समय बीजेपी और जनसंघ के पास रहा है. हालांकि बीजेपी के सामने भी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के बाद मेयर पद की सीट बचाने की भी चुनौती होगी.

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पूर्व सीएम अखिलेश यादव पूर्व सीएम अखिलेश यादव

कुमार अभिषेक

  • लखनऊ,
  • 01 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 6:24 AM IST

लखनऊ में मेयर प्रत्याशी के लिए समाजवादी पार्टी ने मीरा वर्धन को टिकट दिया. मीरा वर्धन प्रख्यात समाजवादी चिंतक आचार्य नरेंद्र देव के पौत्र यशोवर्धन की पत्नी हैं. मंगलवार को नरेद्र देव की जयंती थी और इसी जयंती पर अखिलेश यादव ने मेयर के प्रत्याशी का एलान कर दिया. समाजवादी चिंतक और समाजवादी आंदोलन के अगुआ रहे नरेद्र देव की पौत्र वधु को टिकट देने के फैसले ने सबको चौंकाया जरूर है.

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आचार्य नरेंद्र देव लखनऊ और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं. साथ ही राज्यसभा और विधानसभा सदस्य भी रहे हैं. सपा ने मीरा वर्धन को नगर निगम लखनऊ से मैदान में उतारने के बाद विपक्षी दलों को प्रत्याशी उतारने से पहले सोचने पर मजबूर कर दिया है. यूपी के आगरा नगर निगम से राहुल चतुर्वेदी और फिरोजाबाद नगर निगम से राज नारायण उर्फ मुन्ना गुप्ता को समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया गया है.

निकाय चुनाव में सपा की राह आसान नहीं होगी क्योंकि 1951 के बाद लखनऊ में मेयर पद सबसे ज्यादा समय बीजेपी और जनसंघ के पास रहा है. हालांकि बीजेपी के सामने भी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के बाद मेयर पद की सीट बचाने की भी चुनौती होगी.

वहीं दूसरी ओर बीजेपी और कांग्रेस सहित बीएसपी ने अभी तक मेयर पद के प्रत्याशी के रूप में किसी का नाम सामने नहीं किया है. बीजेपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मॉरिसश दौरे पर जाने से पहले मेयर पद के प्रत्याशी पर मुहर लगा चुके हैं. बीजेपी सत्ता में रहते हुए मेयर पद के उम्मीदवार के लिए बेफिक्र दिख रही है लेकिन बीजेपी किसी भी मौके पर अपना कामजोर प्रत्याशी नहीं उतार सकती है.

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