दिल्ली में प्रदूषण और धुंध की समस्या के कारण सिर्फ सांस लेने में ही तकलीफ नहीं हो रही है. बल्कि वाहन पार्किंग में भी लोगों को काफी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं. प्रदूषण के कारण पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम एवं नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) के आदेश के बाद पार्किंग फीस को चार गुना तक बढ़ा दिया गया था. जिससे लोग परेशान हैं और अपने वाहन पार्किंग स्थल में खड़े ही नहीं कर रहे हैं.
पार्किंग फीस बढ़ने के बाद लोग अपने वाहन कहीं पर भी खड़ा कर रहे हैं, जिससे जाम की स्थिति पैदा हो रही है. कई स्थानों पर तो इसके कारण झगड़े भी हो गए. SDMC के अंतर्गत 92 बड़े पार्किंग स्थल आते हैं, जिनमें नेहरू प्लेस, भीकाजी कामा प्लेस और साकेत जैसे स्थान हैं.
एक अधिकारी ने कहा कि हालांकि ये निर्णय एक अच्छे कदम के लिए उठाया गया था, लेकिन इसका असर उल्टा हुआ है. प्रदूषण को कंट्रोल वाले इस कदम के कारण अब झगड़े हो रहे हैं. गौरतलब है कि दिल्ली में प्रदूषण-धुंध बढ़ने के बाद EPCA ने पार्किंग चार्ज बढ़ाने और मेट्रो का किराया बढ़ाने के आदेश दिए थे.
आपको बता दें कि एनजीटी लगातार प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली सरकार को फटकार लगा रही है. प्रदूषण को लेकर एनजीटी ने एक बार फिर दिल्ली सरकार की जमकर फटकार लगाई है. मंगलवार को एनजीटी ने दिल्ली सरकार से कहा कि आपके हिसाब से हेल्थ इमरजेंसी क्या है. NGT ने कहा है कि जब भी PM 10 और PM 2.5 के बढ़ने के बाद आपको क्या करना चाहिए, जो लेवल हो गया है उसमें आपको 48 घंटे में इसे खुद लागू कर देना चाहिए. एनजीटी के आदेश का इंतजार नहीं करना चाहिए.
NGT ने अपने 11 नवंबर वाले आदेश को बदलने से मना कर दिया है. जिसमें उन्होंने टू-व्हीलर्स और महिलाओं को ऑड इवन पर छूट ना देने की बात कही थी.
मोहित ग्रोवर