India vs Australia World Cup 2023 Final: ICC विश्व कप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर छठी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया है. रविवार को खेले गए फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराया. ऑस्ट्रेलिया ने ओपनर बल्लेबाज ट्रेविस हेड की 137 रन की शतकीय पारी की बदौलत टीम इंडिया के 241 रन के लक्ष्य को 6 विकेट रहते हासिल कर लिया. विश्व कप 2023 में भारत अभी तक अजेय था.
इस विश्व कप में अभी तक अजेय रहे भारत पर जीत के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की जमकर तारीफ हो रही है. वहीं, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने भारतीय खिलाड़ियों और दर्शकों के रवैये को लेकर टिप्पणी की है. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने लिखा है कि पैट कमिंस और उनकी टीम को इस बड़ी जीत का अहसास नहीं हुआ होगा. क्योंकि एक लाख 30 हजार से ज्यादा क्षमता वाले स्टेडियम में जब कमिंस को ट्रॉफी सौंपी गई. उस वक्त पूरा स्टेडियम खाली था.
भारत ने लीग मैचों में लगातार 9 जीत और नॉक आउट मुकाबले यानी सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में एंट्री की थी. इस दौरान भारत ने ऑस्ट्रेलिया समेत पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नीदरलैंड, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड को धूल चटाई थी. लेकिन टीम इंडिया फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज करने से चूक गई.
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में क्या छपा?
'द क्रॉनिकल' ने भारत पर जीत को लेकर हैडिंग दी है- विश्व कप के फाइनल में खेल भावना नहीं दिखाने पर भारतीयों की आलोचना.
वेबसाइट ने आगे लिखा है, "क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारतीयों ने खेल भावना नहीं दिखाई, जिसको लेकर उनकी आलोचना हो रही है. ऑस्ट्रेलिया को जब विश्व कप ट्रॉफी दी जा रही थी उस वक्त भारतीय खिलाड़ियों के व्यवहार को झुठलाया नहीं जा सकता है. भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह चोट बहुत ज्यादा थी. क्योंकि मेजबान भारतीय टीम अब तक कोई मैच नहीं हारी थी. लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट की जीत के साथ 1.4 अरब भारतीयों के दिल तोड़ दिए.
द क्रॉनिकल ने आगे लिखा है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम जिस वक्त विश्व कप ट्रॉफी के साथ जश्न मना रही थी. उस समय भारतीय खिलाड़ियों ने खेल भावना न दिखाते हुए उस ट्रॉफी समारोह को नजरअंदाज किया.
ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने आगे लिखा है, "टूर्नामेंट की शुरुआती दो हार के बावजूद आईसीसी क्रिकेट विश्व कप ट्रॉफी पर कब्जा करना किसी भी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए असाधारण उपलब्धियों में से एक है. हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस और उनकी टीम को इस उपलब्धि का अहसास नहीं हुआ होगा. क्योंकि एक लाख 30 हजार से ज्यादा क्षमता वाले स्टेडियम में जब ट्रॉफी सौंपी गई, उस वक्त पूरा स्टेडियम खाली था. सबसे खास बात यह है कि जिस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम को ट्रॉफी सौंपी गई, उस वक्त भारतीय टीम भी नजर नहीं आ रही थी."
भारत पर बैकफायर कर गई पिच
'हेराल्ड सन' ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग के हवाले से लिखा है कि भारत द्वारा तैयार की गई पिच भारत पर ही बैकफायर कर गई. पोंटिंग ने अहमदाबाद की पिच को लेकर भारत की रणनीति पर भी सवाल उठाया है.
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट आइकन रिकी पोंटिंग ने कहा कि तैयार की गई पिच भारत पर बैकफायर कर गई. फाइनल की पिच वही थी जिस पर भारत ने पिछले महीने लीग मैच में पाकिस्तान पर सात विकेट से जीत हासिल की थी. कथित तौर पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने भी मैच से एक दिन पहले विकेट को लेकर चिंता जाहिर की थी.
पोटिंग ने कहा कि यह पिच बहुत ही ज्यादा उपमहाद्वीपीय परिस्थितियां वाली पिच थी. भारत द्वारा एक ऐसे पिच की तैयारी शायद भारत पर बैकफायर कर गई.
दशकों से जारी निराशा अभी भी जारी
एक और ऑस्ट्रेलियाई अखबार द टेलीग्राफ ने भारत पर दर्ज जीत को लेकर हेडिंग दी है- भारत की सच्चाई आई सामने, दशकों से जारी निराशा अभी भी जारी.
अखबार ने आगे लिखा है कि रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले को देखने पहुंचे लाखों दर्शक तो खामोश हुए ही साथ ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने एक अरब 40 करोड़ भारतीयों को भी खामोश करते हुए विश्वकप का खिताब अपने नाम कर लिया.
अखबार ने लिखा है कि तकनीकी तौर पर देखा जाए तो अहमदाबाद में खेला गया विश्वकप का फाइनल भारत का होने वाला था, मगर यह हो नहीं सका. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर रिकॉर्ड छठी बार विश्वकप का खिताब जीता.
गुड से ग्रेट की ओर कमिंस की सेना
भारत पर दर्ज जीत को लेकर ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट द एज ने हेडिंग दी है- स्टेडियम में दर्शकों की खामोशी कमिंस टीम के लिए गोल्डन पल
द एज ने आगे लिखा है, "90 हजार से ज्यादा भारतीयों से खचाखच भरे स्टेडियम में विराट कोहली की स्टंप गिरने की आवाज के बाद सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की गूंज सुनाई दे रही थी. पूरे स्टेडियम में जो एकमात्र गूंज सुनाई दे रही थी, वह 11 ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों की जश्न की गूंज थी.
वेबसाइट ने आगे लिखा है, "कोहली का आउट हो, ट्रेविस हेड का शतक हो या उसके बाद का जीत का क्षण, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में छाई खामोशी कमिंस और उनकी टीम के सदस्यों के लिए गोल्डन पल था. यहां तक कि भारत के प्रधानमंत्री और मुख्य अतिथि नरेंद्र मोदी को भी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कमिंस को ट्रॉफी सौंपते हुए यह बात माननी पड़ी. स्टेडियम में छाई खामोशी इसका प्रतीक था कि कमिंस की टीम ने चतुर और साहसी प्रदर्शन की बदौलत घरेलू टीम से विश्व कप ट्रॉफी छीन ली है.
146 वर्षों के क्रिकेट इतिहास की बड़ी उपलब्धियों में से एक
अखबार 'द सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड' ने भारत पर जीत दर्ज करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस को एक बहादुर और निर्णायक लीडर बताया है. अखबार ने लिखा है, " लीग स्टेज के शुरुआती दो मैच हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया पर वर्ल्ड कप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था. लेकिन कमिंस ने खेल को बहादुरी से आगे बढ़ाना जारी रखा. इसी का परिणाम है कि ऑस्ट्रेलिया ने अगले 9 मैच जीते.
अखबार ने आगे लिखा है कि कमिंस की बहादुरी रविवार को भी जारी रही जब उन्होंने टॉस जीतकर उस टीम के खिलाफ गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसने पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे टूर्नामेंट में दबदबा बनाया था. कमिंस उस वक्त और साहसी लगे जब भारतीय ओपनर और कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी टीम को तेज शुरुआत दी. लेकिन कमिंस की टीम ने इसके बाद भी वापसी की.
द सिडनी मार्निंग हेराल्ड ने लिखा है, "मेजबान टीम भारत के लिए तैयार की गई परिस्थितियों और इस टूर्नामेंट में अब तक अजेय रहे भारत पर इतने व्यापक रूप से काबू पाना 146 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास की बड़ी और महान उपलब्धियों में से एक है."
जीत के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने भी कहा था कि विश्व कप में भारत पर ऑस्ट्रेलिया की यह चुनौतीपूर्ण जीत उनकी टीम की सबसे बड़ी उपलब्धि है. मुझे लगता है कि वनडे विश्व कप जीतना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का शिखर है. खासकर भारत में और इस तरह की विशाल भीड़ के सामने.
हमने फाइनल के लिए बेस्ट परफॉरमेंस बचाकर रखा- कमिंस
जीत के बाद आस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने कहा, "मुझे लगता है कि हमने अंतिम मैच के लिए अपना बेस्ट परफॉरमेंस बचाकर रखा था. कुछ खिलाड़ियों ने बड़े मैच में अच्छा प्रदर्शन दिखाया। " कमिंस ने आगे कहा, "आज हमने सोचा कि लक्ष्य का पीछा करना अच्छा होगा और यह आसान होगा. पिच काफी धीमी थी, स्पिन नहीं हो रही थी, हमने सही लेंथ पर गेंदबाजी की.'
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