टोक्यो में आयोजित ओलंपिक 2020 में भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने अपने राष्ट्रीय खेल में कांस्य पदक हासिल कर दुनिया के सामने भारत का सिर ऊंचा कर दिया है. वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम कि खिलाड़ियों ने ओलंपिक्स की सेमी-फाइनल मैच में जगह बना कर इतिहास रचा है. भारतीय हॉकी के खिलाड़ियों को इस शिखर तक पहुंचाने का श्रेय ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान दिलीप तिर्की को जाता है.
भारत को ओलंपिक्स में कांस्य पदक हासिल करने के बाद ओडिशा राज्य के खेल सचिव विनील कृष्ण ने कहा कि ओडिशा सरकार हॉकी इंडिया फेडरेशन के साथ पाटर्नरशीप जारी रखेगी. साथ ही भारतीय हॉकी खिलाड़ियों को उच्च स्तर की सुविधा प्रदान करेगी. सचिव ने कहा कि भारतवासियों का हॉकी से एक अटूट लगाव है. हमारा मकसद भारतीय राष्ट्रीय हॉकी खेल की स्मिता को वापस लाना है.
100 करोड़ में हुई थी हॉकी इंडिया-ओडिशा की स्पॉन्सरशिप डील
साल 2000 से ओडिशा सरकार की कमान संभाल रहे बीजू जनता दल (बीजद) के मुखिया व राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भारतीय हॉकी टीम को स्पॉन्सर करने का फैसला किया था. नवीन पटनायक की सरकार ने सहारा कंपनी के बाद सन 2018 में हॉकी इंडिया फेडरेशन के साथ हाथ मिलकार 100 करोड़ रुपये स्पॉन्सर करने का डील साईन की. इस दौरान नवीन सरकार ने हॉकी इंडिया फेडरेशन से आगामी 5 सालों तक भारतीय हॉकी पुरुष व महिला खिलाड़ियों को स्पॉन्सर करने की बात की. नवीन पटनायक ने कहा था कि हॉकी की छड़ी को पकड़ कर प्रदेश के आदिवासी इलाकों में बच्चे चलना सिखते हैं.
पटनायक ने देखे हॉकी के मैच, जीत पर फोन भी किया
नवीन पटनायक ने अपने निवास स्थान पर टोक्यो में जारी ओलंपिक्स मैच को देखा. साथ ही पटनायक ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम को सेमी-फाइनल में पहुंचने पर बधाई दी थी. इस दौरान पटनायक ने खिलाड़ियों को उत्साहित करते हुए कहा कि मुझे उम्मद है खिलाड़ी शिखर की ऊचांई पर पहुंच कर मेडल लाएंगे. फिर जब भारतीय पुरुष टीम ने गुरुवार को कांस्य पदक जीता तो पटनायक ने वीडियो कॉन्फ्रेंस पर खिलाड़ियों संग बात की. उन्होंने सबको पदक जीतने की बधाई दी और कहा कि 17 अगस्त को वह भुवनेश्वर में हॉकी टीम का स्वागत करेंगे.
कप्तान मनप्रीत ने भी वीडियो मेसेज के जरिए ओडिशा सीएम नवीन पटनायक का शुक्रिया किया. इसके जवाब में पटनायक ने लिखा कि 17 अगस्त को ओडिशा में उनका और पूरी टीम का स्वागत है.
हॉकी में भारत ने जीते थे लगातार तीन गोल्ड मेडल
दशकों पहले हॉकी के जादूगर ध्यानचंद ने 1928, 1932 और 1936 में राष्ट्रीय टीम को लगातार तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाकर विश्व स्तर पर हॉकी में भारत का दबदबा बनाया था. दुर्भाग्य से 1980 के मास्को ओलंपिक फाइनल में हार के बाद भारत ने हॉकी खेल की लोकप्रयिता खो दी. फिर 2014 में ओडिशा में हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट खेल के बाद हॉकी खिलाड़ी रफ्तार में दिखे.
ओडिशा सरकार ने 2017 में कलिंगा लान्सर्स हॉकी कल्ब टीम को स्पॉन्सर किया, जिसके बाद टीम ने जनवरी में हॉकी इंडिया लीग में जीत दर्ज की. इसी के साथ 2018 में भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में विश्व-कप पुरुष हॉकी टुर्नामेंट का आयोजन किया गया. ओडिशा ने FIH मेन्स सीरीज फाइनल और ओलंपिक हॉकी क्वालिफायर-2019 के साथ 2020 में होने वाले FIH प्रो लीग का आयोजन किया था.
ओडिशा में बन रहा देश का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम
ओडिशा राज्य 2023 में भुवनेश्वर और राउरकेला शहर में पुरुष हॉकी विश्व कम मैच का आयोजन करेगा. ओडिशा सरकार ने सुंदरगढ़ जिले के राउरकेला शहर में 20,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता वाला देश का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम बना रही है. ओडिशा सरकार ने कहा है कि इस विशाल स्टेडियम का नाम स्थानीय आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के नाम पर रखा जाएगा. वहीं, राज्य खेल मंत्री तुषार कांती बेहरा ने बताया कि उनकी सरकार रग्बी से लेकर फुटबॉल एवं कई अन्य कई खेलों के लिए खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है.
कोरोना महामारी के ठीक पहले, भारत में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत हुई थी जिसे ओडिशा में आयोजित किया गया था. इस बीच 10 दिनों के खेल में 176 यूनिवर्सिटी से करीब 4,000 एथलीटों ने 211 खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया था.
नवीन पटनायक के गृह जिले में बड़े पैमाने पर एक खेल परिसर को तैयार किया जा रहा है. इस खेल परिसर में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, मल्टीपर्पज इन्डोर हॉल, एक्वाटीक कॉम्प्लेक्स, बास्केटबॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, योगा हॉल, मेडिकल रूम एवं 150 लोगों के लिए स्पोर्ट्स-बेड हॉस्टल होगा.
केंद्र से नहीं मिल पाई थी स्पॉन्सरशिप
भारतीय हॉकी के पूर्व कप्तान और BJD राज्यसभा सांसद दिलीप तिर्की ने मुख्यमंत्री नवीन पटनयाक को भारतीय हॉकी टीमों (महिला और पुरुष) के स्पॉन्सरशिप करने का सुक्षाव दिया था. तीन साल पहले जब हॉकी इंडिया फेडरेशन ने केंद्र सरकार से स्पॉन्सरशिप मांगी थी तो अफसरों ने तवज्जों नहीं दी. उसके बाद ओडिशा सरकार ने हॉकी इंडिया को स्पॉन्सर करना शुरू किया. नर्सरी यानी जूनियर हॉकी टीम की प्रायोजक भी ओडिशा सरकार ही है.
दिलीप तिर्की ने मीडिया से बातचीत ने कहा कि केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में ओडिशा इकलौता राज्य है, जिसने प्रदेश में राष्ट्रीय टीम के लिए खेल परिसर बनाया है उन्हें विश्वस्तरीय खेलने के लिए स्पॉन्सर किया. इसी के साथ भारतीय हॉकी खिलाड़ियों (महिला और पुरुष) के जर्सी (odisha hockey jersey) पर ओडिशा का नाम लिखा गया. वर्तामन समय में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के उप-कप्तान बिरेंद्र लकरा एवं भारतीय महिला हॉकी टीम की उप-कप्तान दीप ग्रेस दोनों ही ओडिशा के निवासी हैं.
मोहम्मद सूफ़ियान