वर्ल्ड नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को एकबार फिर झटका लगा है. ऑस्ट्रेलिया सरकार ने वैक्सीनेशन नहीं होने के चलते दूसरी बार उनका वीजा रद्द कर दिया है. आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉके के फैसले का मतलब है कि अब जोकोविच को तीन साल के लिए निर्वासित किया जा सकता है.
हालांकि 34 वर्षीय यह सर्बियाई टेनिस स्टार अभी भी देश में बने रहने के लिए एक और कानूनी लड़ाई लड़ सकता है. जोकोविच को 17 जनवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियाई ओपन में खेलना था, लेकिन इस फैसले के बाद उनका इस टूर्नामेंट में भाग लेना काफी मुश्किल दिखाई दे रहा है.
गौरतलब है कि 6 जनवरी को मेलबर्न पहुंचने के तुरंत बाद जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया गया था. ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल के अधिकारियों ने कहा कि वह टीकाकरण के लिए छूट प्राप्त करने हेतु उचित सबूत प्रदान करने में विफल रहे थे.
इसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था. मेलबर्न हवाई अड्डे पर आव्रजन नियंत्रण विभाग में घंटों बिताने के बाद उन्होंने आव्रजन होटल में कुछ दिन बिताए. फिर वीजा रद्द करने के खिलाफ जोकोविच ने अदालत का सहारा लिया था, जहां सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने उनका वीजा बहाल कर दिया गया.
लेकिन अब शुक्रवार शाम को मेलबर्न में हॉके ने ऑस्ट्रेलिया के प्रवासन अधिनियम में अलग-अलग शक्तियों के तहत जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया. यह अधिनियम उन्हें ऑस्ट्रेलियाई समुदाय के स्वास्थ्य, सुरक्षा को लेकर संभावित जोखिम वाले किसी भी व्यक्ति को निर्वासित करने की अनुमति देता है. हालांकि, जोकोविच अब भी इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं.
यह कठेर निर्णय जोकोविच की ओर से यात्रा दस्तावेज पर गलत जानकारी देने के बाद लिया गया है. दस्तावेज के मुताबिक कहा गया था कि जोकोविच ने ऑस्ट्रेलिया आने से पहले 14 दिनों में यात्रा नहीं की थी. जबकि वास्तव में वह स्पेन गए थे.
उन्होंने कहा था कि गलती उनके एजेंट द्वारा की गई थी. उन्होंने इसे ' मानवीय त्रुटि' कहा और कहा कि यह जानबूझकर नहीं किया गया. जोकोविच ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने एक पत्रकार से मुलाकात की और कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बावजूद एक फोटोशूट करवाया.
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