IND vs AUS: स्मिथ की आलोचना पर भड़के लैंगर, बोले- ये बकवास, मुझे यकीन नहीं हो रहा

कोच जस्टिन लैंगर ने सिडनी टेस्ट में ऋषभ पंत के बल्लेबाजी गार्ड (क्रीज पर बनाए गए निशान) हटाने की कोशिश के कारण निंदा झेल रहे स्टीव स्मिथ का बचाव किया है. उन्होंने इस आलोचना को ‘बकवास, अनर्गल और सीमा के बाहर ’ बताया.

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Steve Smith (Getty) Steve Smith (Getty)

aajtak.in

  • ब्रिस्बेन,
  • 13 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 2:27 PM IST
  • स्मिथ बल्लेबाज का गार्ड मिटाने की कोशिश करते नजर आए थे
  • वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर स्मिथ की आलोचना हुई
  • कोच लैंगर ने कहा- ये बकवास है, मुझे यकीन नहीं हो रहा

कोच जस्टिन लैंगर ने सिडनी टेस्ट में ऋषभ पंत के बल्लेबाजी गार्ड (क्रीज पर बनाए गए निशान) हटाने की कोशिश के कारण निंदा झेल रहे स्टीव स्मिथ का बचाव किया है. उन्होंने इस आलोचना को ‘बकवास, अनर्गल और सीमा के बाहर ’ बताया.

सिडनी में ड्रॉ रहे टेस्ट के आखिरी दिन पहले सत्र में ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान स्मिथ बल्लेबाज का गार्ड मिटाने की कोशिश करते नजर आए. वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर क्रिकेटप्रेमियों और माइकल वॉन समेत पूर्व खिलाड़ियों ने इसकी आलोचना की.

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लैंगर ने सोनी नेटवर्क द्वारा आयोजित वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,‘स्टीव स्मिथ के बारे में जो बकवास मैं पढ़ रहा हूं, मुझे यकीन नहीं हो रहा. सरासर बकवास. जो भी स्टीव को जानता है, उसे पता है कि वह कुछ उटपटांग हरकतें करता रहता है और हम उस पर हंसते हैं.’ 

उन्होंने कहा ,‘मैंने इस पर निजी तौर पर और सार्वजनिक रूप से भी बात की है कि वह कितना अलग है. वह क्रीज पर जो भी करते हैं, वह इसलिए कि वह सिर्फ खेल के बारे में ही सोचता रहते हैं.’ 

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लैंगर ने कहा कि गेंद से छेड़खानी प्रकरण के बाद वापसी के साथ मैदान पर और मैदान से बाहर स्मिथ का आचरण अच्छा रहा है. उन्होंने कहा, ‘कोई यह कहता है कि एक मिलीसेकंड के लिए भी वह कुछ गलत कर रहा था तो यह सीमा के बाहर है. वह विकेट सपाट था और कंक्रीट की तरह ठोस भी. इस पर कुछ करने के लिए 15 इंच स्पाइक्स चाहिए और वह क्रीज के पास भी नहीं गए.’ 

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कोच ने कहा कि गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के बाद वापसी होने पर स्मिथ ने काफी अपमान सहा है, खासकर इंग्लैंड दौरे पर. लेकिन उन्होंने कभी शिकायत नहीं की. उन्होंने कहा, ‘प्रतिबंध से लौटने के बाद मैदान के भीतर और बाहर उनका आचरण मिसाल रहा है. वह अपने बल्ले से ही जवाब देते हैं. इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने इतना अपमान सहा , जैसा मैंने तो कभी नहीं देखा, लेकिन उन्होंने बल्ले से जवाब दिया.’
 

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