China Women Volleyball Team: चीन की महिला टीम ने मास्क पहनकर खेला वॉलीबॉल, सोशल मीडिया पर मच गया बवाल

एशियाई वूमेन्स वॉलीबॉल कप में ईरान के खिलाफ चीनी टीम ने मैच खेलते समय N95 मास्क पहन रखा था, जिसे लेकर चीनी सोशल मीडिया पर लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. बाद में चीन के वॉलीबॉल एसोसिएशन ने माफी मांगते हुए कहा कि ये फैसला अनुभव की कमी के कारण लिया गया था.

Advertisement
चीनी महिला टीम (लाल जर्सी में) चीनी महिला टीम (लाल जर्सी में)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 10:40 PM IST

फिलीपींस में एशियाई वूमेन्स वॉलीबॉल कप का आयोजन हो रहा है. इस टूर्नामेंट में चीन की राष्ट्रीय महिला वॉलीबॉल टीम भी भाग ले रही है जो एक खास वजह से सुर्खियों में है. दरअसल ईरान के खिलाफ एक मुकाबले के दौरान चीनी खिलाड़ियों ने मैच को खेलते समय N95 मास्क पहन रखा था, जिसे लेकर चीनी सोशल मीडिया पर लोग काफी गुस्से में हैं.

Advertisement

मैच खेलते हुए चीनी खिलाड़ियों की तस्वीरें तेजी से वायरल हुई. चीन के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर इस लेकर एक करोड़ 60 लाख से ज़्यादा व्यूज़ थे. इंटरनेट पर कई लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि चीन की जीरो कोविड पॉलिसी के तहत खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचाया जा रहा है.

वॉलीबॉल एसोसिएशन ने मांगी माफी

हालांकि चीनी खिलाड़ियों ने बाद में दूसरे सेट के लिए मास्क को हटा दिया और बाद में चीन की टीम 3-1 से मुकाबला जीतने में भी सफल रही. चीन के वॉलीबॉल एसोसिएशन ने बाद में माफी मांगते हुए कहा कि ये फैसला अनुभव की कमी के कारण लिया गया था.

ग्लोबल टाइम्स के पूर्व संपादक ने कही ये बात

कम्युनिस्ट पार्टी के ग्लोबल टाइम्स अखबार के पूर्व मुख्य संपादक हू जिजिन ने कहा, 'यह घटना राजनीतिक नहीं थी या कोविद पॉलिसी से जुड़ी नहीं थी. इसके बजाय यह मैच की विशिष्ट स्थिति के कारण विकसित हुआ. मैं हमेशा वायरस के प्रति सख्त प्रोटोकॉल का विरोध करता रहा हूं. मैंने खेल के दौरान महिला वॉलीबॉल टीमों के मास्क पहने होने की रिपोर्ट देखी है क्योंकि मैदान पर संक्रमण की अनिश्चितता है. लेकिन प्रेशर वाले मुकाबलों में मास्क पहनना लोगों के लिए स्पष्ट रूप से बुरा है.

Advertisement

कई वैज्ञानिक रिपोर्टों से पता चलता है कि व्यायाम के दौरान मास्क पहनने से श्वसन, हृदय गति, ऑक्सीजन का स्तर या एथलीट का प्रदर्शन प्रभावित नहीं होता है. लेकिन यह हाई प्रेशर वाली परिस्थितियों में यह प्रयास करने के लेवल को बदल देता है और तकलीफ बढ़ाता है.

वुहान से फैला था पहली बार कोरोनावायरस

चीन के वुहान शहर से ही कोरोनावायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी. साल 2020 की शुरुआत में दुनिया का पहला लॉकडाउन वुहान में ही लगाया गया था जिसके चलते वहां लोग महीने कुछ महीनों तक अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाए थे. कोरोनावायरस को लेकर चीन की मौजूदा पॉलिसी को लेकर वहां की जनता अब भी सवाल खड़ी करती रहती है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement