इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 सीजन में शुक्रवार को खेले गए एक मैच में दिल्ली कैपिटल्स (DC) टीम के कप्तान ऋषभ पंत को फैन्स ने एक अलग ही रोल में देखा. मैच के दौरान अंपायर के फैसले से नाराज ऋषभ पंत गुस्से में तमतमा गए और खिलाड़ियों को मैदान से बाहर आने तक का इशारा कर दिया था.
दरअसल, हुआ यह था कि मैच में 223 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी दिल्ली टीम को आखिरी ओवर में 36 रन चाहिए थे. तभी ओबेड मैकॉय के ओवर की शुरुआती 3 बॉल पर रोवमैन पावेल ने तीन छक्के जमा दिए. यहीं तीसरी बॉल को लेकर विवाद हो गया. डगआउट में बैठे ऋषभ पंत ने विरोध करते हुए इसे कमर से ऊपर वाली नो-बॉल बताया, जबकि अंपायर ने ऐसा कोई फैसला नहीं दिया था. इस पर पंत इतने गु्स्साए की बल्लेबाजों को ही बाहर आने का इशारा कर दिया.
थर्ड अंपायर को इसमें दखल देना चाहिए था: पंत
मैच में राजस्थान टीम ने 15 रन से जीत दर्ज की थी. हार के बाद ऋषभ पंत ने बयान में कहा, 'वह नो- बॉल हमारे लिए अमूल्य हो सकती थी, लेकिन यह सब हमारे कंट्रोल में नहीं है. हां, इससे निराशा जरूर हुई, लेकिन हम इस पर ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं. हर कोई निराश था (डगआउट में). सभी को पता था कि यह काफी करीबी मामला (नो-बॉल) था. मैदान पर हर किसी ने यह देखा. मुझे लगता है कि थर्ड अंपायर को इसमें दखल देना चाहिए था और बताना था कि यह नो-बॉल ही है.'
क्या कहता है कमर की नोबॉल का नियम?
मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के नियम 41.7.1 के मुताबिक, कोई भी डाली गई बॉल, जो बगैर जमीन पर टप्पा खाए क्रीज में सीधे खड़े बैटर की कमर की ऊंचाई से निकलती है, तो इसे अवैध करार दिया जाता है. ऐसे में अंपायर इसे नो-बॉल करार देता है.
ऐसे में रोवमैन पावेल को डाली गई बॉल के मामले में भी ज्यादातर लोगों का मानना है कि यह नो-बॉल ही थी. पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने भी ट्वीट के जरिए यही बात कही है. ऐसे में फैन्स के मन में अब यही बड़ी बात चल रही होगी कि फील्ड अंपायर ने थर्ड अंपायर से मदद क्यों नहीं मांगी या फिर सीधे थर्ड अंपायर ने ही इस मामले में दखल क्यों नहीं दिया?
थर्ड अंपायर ने मामले में दखल क्यों नहीं दिया?
ऐसे में बता दें कि IPL के नियम के मुताबिक, ऐसे मामले में फील्ड अंपायर को हर रेग्युलर बॉल पर थर्ड अंपायर को मामला रेफर करने की अनुमति नहीं है. थर्ड अंपायर के पास मामला तभी रेफर किया जा सकता है, जब पैरों की नो-बॉल को लेकर कोई मसला हो. या फिर इसी तरह की बॉल पर यदि विकेट गिरता है, तो थर्ड अंपायर की मदद ली जा सकती है. ऐसे में फैन्स समझ ही सकते हैं कि थर्ड अंपायर ने क्यों सीधे दखल नहीं दिया या फील्ड अंपायर ने मदद क्यों नहीं ली.
राजस्थान ने दिल्ली को 15 रन से हराया
मैच में राजस्थान रॉयल्स ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 2 विकेट पर 222 रन बनाए. ओपनर जोस बटलर ने 65 बॉल पर 116 रन जड़ दिए. जबकि देवदत्त पडिक्कल ने 35 बॉल पर 54 और कप्तान संजू सैमसन ने 19 बॉल पर 46 रन बनाए. जवाब में दिल्ली कैपिटल्स की टीम 8 विकेट पर 207 रन ही बना सकी और 15 रनों से मैच गंवा दिया. कप्तान पंत ने 24 बॉल पर 44 रन बनाए. जबकि ललित यादव ने 24 बॉल पर 37 और रोवमैन ने 15 बॉल पर 36 रन जड़े.
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