जसप्रीत बुमराह ने आखिरकार उस वजह का खुलासा किया है कि क्यों उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज में कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं ली. एक इंटरव्यू में बुमराह ने बताया कि बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी, उन्हें कप्तान बनाना चाहती थी. लेकिन वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते उन्होंने खुद कप्तानी से इनकार कर दिया.
बुमराह ने स्काई स्पोर्ट्स पर भारत के पूर्व विकेटकीपर दिनेश कार्तिक के साथ इंटरव्यू में यह बात कही. उन्होंने यह भी बताया कि आईपीएल के दौरान ही उन्होंने अपने भविष्य के रोल को लेकर बोर्ड से चर्चा कर ली थी.
बुमराह बोले, अगर वह कप्तान बन जाते तो वह टीम के लिए सही नहीं होता... मैंने बीसीसीआई से बात की थी. मेरी सर्जरी हुई थी, मैं उन डॉक्टरों से भी सलाह ले रहा था जिन्होंने मेरी पीठ का इलाज किया. उन्होंने हमेशा कहा कि वर्कलोड को लेकर समझदारी दिखाना जरूरी है. इसलिए मैंने सेलेक्टर्स से साफ कह दिया कि मैं पूरी सीरीज नहीं खेल पाऊंगा, और ऐसे में कप्तानी लेना टीम के लिए सही नहीं होगा.
उन्होंने आगे कहा- अगर एक सीरीज में कोई तीन टेस्ट खेले और दूसरा दो, और दोनों कप्तान अलग हों, तो इससे टीम को नुकसान हो सकता है. इसलिए मैंने खुद को कप्तानी की रेस से बाहर कर लिया. मैं हमेशा टीम को पहले रखता हूं.
गिल बने कप्तान, पंत उपकप्तान
रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया है और ऋषभ पंत को उपकप्तान की जिम्मेदारी दी गई है. बुमराह लंबे समय से फिटनेस से जुड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, और बीसीसीआई ने भी पहले ही साफ कर दिया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ पांचों टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे.
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