स्टारडम नहीं कप्तानी सीखें विराट कोहली, तब मिलेगा फायदा

चैंपियंस ट्रॉफी के शुरू होने से पहले ही कोच और कप्तान में अनबन की खबरें लगातार आ रही थी. कहा जा रहा था कि कई खिलाड़ियों ने कुंबले के बर्ताव को लेकर शिकायत भी की है.

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अभी बड़े कप्तान नहीं हैं कोहली... अभी बड़े कप्तान नहीं हैं कोहली...

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2017,
  • अपडेटेड 3:44 PM IST

टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी में करारी शिकस्त झेलने के बाद अब वेस्टइंडीज़ दौरे पर रवाना हो गई है. लेकिन अभी भी कई सवाल हैं जो लगातार लोगों के दिमाग में उठ रहे हैं. उनमें से सबसे बड़ा सवाल उठता है विराट कोहली की कप्तानी पर. विराट अभी हाल ही में कप्तान बने हैं, लेकिन उन्होंने आते ही टीम के कोच अनिल कुंबले से पंगा ले लिया. जो शायद टीम पर भी भारी पड़ा.

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दरअसल, चैंपियंस ट्रॉफी के शुरू होने से पहले ही कोच और कप्तान में अनबन की खबरें लगातार आ रही थी. कहा जा रहा था कि कई खिलाड़ियों ने कुंबले के बर्ताव को लेकर शिकायत भी की है. कुंबले पर अपनी नीति थोपने का आरोप था, और खिलाड़ियों में कम विश्वास था. तभी से ही नए कोच की तलाश भी शुरू कर दी गई थी. जब तक टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही थी, तब तक तो सबकुछ ठीक था. लेकिन ऐसे प्रदर्शन के बाद सवाल उठने लाजिमी हैं.

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कहां चूक गए विराट कोहली

1. बड़े मैच का दवाब नहीं झेल पाए कप्तान, टॉस जीतकर गेंदबाजी करना पड़ा महंगा

2. फाइनल में बुमराह को लगातार दिए ओवर, जबकि वे रन खर्च कर रहे थे

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3. फाइनल से पहले अश्विन चोटिल थे, फिर भी उन्हें खिलाया गया. अश्विन फाइनल में काफी महंगे पड़े थे.

4. उमेश यादव को सेमी-फाइनल और फाइनल में बाहर बैठाया गया

5. आमिर की बाहर जाती गेंद को छेड़ा और ड्रॉप हुए, लेकिन उसकी अगली ही गेंद पर दोबारा आउट हुए.

6. लगातार दबाव के बाद भी युवराज सिंह को गेंद नहीं दी गई, जबकि वह ऐसे समय में काफी सफल रहे हैं.

7. मोहम्मद शमी को पूरे टूर्नामेंट में बाहर बैठाया गया.

8. पाकिस्तान के खिलाफ नहीं दिख पाया कोहली का आक्रामक अंदाज

'स्टारडम' नहीं कप्तानी पर ध्यान दें
इसमें कोई शक नहीं है कि विराट कोहली इस समय भारतीय टीम के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं, और शायद इसी लिए वे कप्तान भी हैं. विराट ने लगातार क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खुद को साबित किया है, और हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है. लेकिन कप्तान के तौर पर उन्हें अभी और भी निखरने की जरूरत है. विराट ने अपनी कप्तानी में घरेलू मैदान पर वनडे और टेस्ट दोनों में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन विदेश में खेलने और बड़े टूर्नामेंट में कप्तानी करने को लेकर अभी भी विराट को काफी कुछ सीखने की जरुरत है.

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...जब ग्रेग चैपल से भिड़े थे गांगुली
आपको बता दें कि हाल ही में चर्चा में आया कोच और कप्तान का विवाद भारतीय क्रिकेट में कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर रहे ग्रेग चैपल के बीच विवाद हुआ था. उस समय गांगुली ही विदेशी कोच की डिमांड करते थे, लेकिन उनका दांव उल्टा पड़ा था. हालांकि बाद में गांगुली ने चैपल का जमकर विरोध किया, और क्योंकि उस समय तक सौरव अपने आप को एक मजबूत कप्तान के तौर पर स्थापित कर चुके थे. इसलिए BCCI भी उनकी बात मानने को मजबूर था.

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पहले खुद को स्थापित करें विराट
विराट कोहली वनडे-टी20-टेस्ट के शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन अभी वैसे कप्तान नहीं. इसलिए नये-नवेले कप्तान का यूं कोच से झगड़ा करना या अपनी मर्जी के कोच की बीसीसीआई के सामने डिमांड करना भी शोभा नहीं देता. अगर विराट भी खुद को एक कप्तान के तौर पर स्थापित करते हैं, तो शायद उनपर विश्वास और भी बढ़ेगा.

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अगर चैंपियंस ट्रॉफी जीतते कोहली!
विराट कोहली अगर चैंपियंस ट्रॉफी जीत जाते तो बड़े टूर्नामेंट में भी बड़े कप्तान साबित होते. टीम में, बीसीसीआई में और प्रशंसकों में एक कप्तान के तौर पर कोहली के प्रति विश्वास और भी बढ़ता. वहीं कोहली अपनी मर्जी के कोच की जो डिमांड कर रहे हैं, शायद उनकी बात में भी वजन बैठता.

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