Drop-in Pitches in Pakistan: लाहौर-कराची में आएंगी ड्रॉप-इन पिच, 37 करोड़ खर्च करेगा पाकिस्तान

भारत समेत एशियाई मुल्कों में ज्यादातर पिचें स्पिनर्स के अनुकूल होती हैं और उसमें तेज गेंदबाजों के कोई खास मदद नहीं रहती है. ऐसे में जब उपमहाद्वीपीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों का दौरा करते हैं, तो उन्हें पेस और बाउंस के खिलाफ संघर्ष करते हुए दिखाई देते हैं.

Advertisement
पीसीबी प्रमुख रमीज राजा (getty) पीसीबी प्रमुख रमीज राजा (getty)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 4:01 PM IST
  • पाकिस्तान में दो वेन्यू पर ड्रॉप-इन पिचों का होगा इस्तेमाल 
  • इसके लिए पीसीबी ने हबीब समूह के साथ किया समझौता

Drop-in Pitches: भारत समेत एशियाई मुल्कों में ज्यादातर पिचें स्पिनर्स के अनुकूल होती हैं और उसमें तेज गेंदबाजों के कोई खास मदद नहीं रहती है. ऐसे में जब उपमहाद्वीपीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों का दौरा करते हैं, तो उन्हें पेस और बाउंस के खिलाफ संघर्ष करते हुए दिखाई देते हैं.

अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) चीफ रमीज राजा ने अपने खिलाड़ियों को उछाल के अनुकूल ट्रैक से परिचित कराने के लिए दो स्थानों पर ड्रॉप-इन पिचों को स्थापित करने का निर्णय लिया. कराची और लाहौर में ड्रॉप-इन पिचों को बैठाया जाएगा, जिससे पाकिस्तान में क्रिकेट की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद मिलेगी.

Advertisement

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2022 के खिलाड़ियों के मसौदे के दौरान इस संबंध में आरिफ हबीब समूह के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU)) पर भी हस्ताक्षर किए. समझौते के अनुसार दोनों पिचों की कुल अनुमानित लागत लगभग 37 करोड़ रुपए है.

इसी बीच , एक ड्रॉप-इन पिच कराची के नया नाजिमाबाद क्रिकेट स्टेडियम में एक ड्रॉप-इन ट्रैक स्थापित किया जाना है, जबकि दूसरे स्थान की घोषणा बाद में की जाएगी. इन पिचों को स्थापित करने की प्रक्रिया 2022 में पूरी होने की उम्मीद है. एक बार प्रोसेस पूरा हो जाने के बाद पीसीबी इन दोनों स्टेडियम में घरेलू और जूनियर स्तर के मैचों का आयोजन कर सकती है.

रमीज राजा ने कहा, 'ड्रॉप-इन पिचों की स्थापना से निश्चित रूप से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों लेवल पर हमारे खिलाड़ियों को फायदा होने वाला है. पिछले कुछ सालों में हमने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की कुछ पिचों पर अतिरिक्त उछाल और गति का सामना करने के लिए संघर्ष किया है.'

Advertisement

राजा ने यह भी कहा कि कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के रैंक में होने के बावजूद टीम को ऑस्ट्रेलिया में जीत नहीं मिली है. इसलिए, बाउंस-फ्रेंडली ट्रैक विदेशी परिस्थितियों के लिए उनकी तैयारियों में मदद करेंगे. उन्होंने कहा, 'प्रतिभावन खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद हम अभी तक ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट श्रृंखला नहीं जीत पाए हैं, जबकि न्यूजीलैंड में हाल के दौरों में भी हमने हार का सामना किया है.'

इस बीच, पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का सातवां सीजन अगले साल 27 जनवरी से शुरू होने जा रहा है. रविवार को लाहौर के हाई-परफॉर्मेंस सेंटर में हुए खिलाड़ियों के ड्राफ्ट के जरिए सभी छह फ्रेंचाइजी को अंतिम रूप दे दिया गया है. पीएसएल के पिछले सत्रों में बल्ले और गेंद के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला था. आगामी पीएसएल सीजन में भी ऐसे ही संघर्ष की उम्मीद की उम्मीद की जा रही है.




 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement