इंडिया और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी और निर्णायक टेस्ट खेला जाना है. यह मैच एक जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा. दरअसल, यह सीरीज पिछले साल शुरू हुई थी. इसमें चार टेस्ट के बाद भारतीय टीम ने 2-1 की बढ़त बनाई थी.
इसके बाद कोरोना मामलों के चलते पांचवां टेस्ट टाल दिया गया था, जो इस बार खेला जाएगा. रोहित शर्मा की कप्तानी और राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम यह टेस्ट जीतती है या ड्रॉ कराती है, तो 15 साल बाद भारतीय टीम इंग्लैंड में इतिहास रच देगी.
इंग्लैंड में पिछली बार 2007 में टेस्ट सीरीज जीती थी
बता दें कि टीम इंडिया 2007 के बाद से इंग्लैंड की जमीन पर कोई भी द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है. पिछली बार भारतीय टीम ने इंग्लैंड को उसी के घर में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से हराया था. तब भारतीय टीम की कप्तानी राहुल द्रविड़ के हाथों में थी. उस वक्त माइकल वॉन की कप्तानी वाली इंग्लिश टीम को शिकस्त दी थी.
पहले कप्तान, अब कोच बनकर जिताएंगे द्रविड़
अब रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया के पास इंग्लैंड में 15 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीतने का अच्छा मौका है. इस बार राहुल द्रविड़ टीम के कोच हैं. यह द्रविड़ ने जीत का अजब संयोग बनाया है. पिछली बार द्रविड़ ने कप्तान के रूप में सीरीज जिताई थी. इस बार कोच बनकर जीत दिलाने को तैयार हैं.
इंग्लैंड में भारत का टेस्ट सीरीज में रिकॉर्ड
कुल टेस्ट सीरीज: 18
इंग्लैंड जीत: 14
भारत जीत: 3
ड्रॉ: 1
पिछले साल शुरू हुई थी टेस्ट सीरीज
दरअसल, यह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज पिछले साल खेली गई थी. टीम इंडिया ने पिछले साल इंग्लैंड दौरे पर 4 टेस्ट मैचों में 2-1 की बढ़त बना ली थी. आखिरी टेस्ट मैच कोरोना मामलों के कारण नहीं हो सका था. इस मैच को टाल दिया गया था, जो इस बार हो रहा है. यह इस सीरीज का निर्णायक टेस्ट है. यदि भारतीय टीम जीतती है, तो 3-1 से सीरीज जीत लेगी, मगर इंग्लैंड जीतती है, तो सीरीज 2-2 से ड्रॉ होगी.
पांचवां टेस्ट ड्रॉ होने पर भी भारतीय टीम सीरीज 2-1 से जीत लेगी. बता दें कि पिछली बार जब टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर पहुंची थी. तब शुरुआती चारों टेस्ट में कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री थे. इस बार कप्तान रोहित और कोच द्रविड़ हैं.
श्रीबाबू गुप्ता