वेस्टइंडीज के खिलाफ उम्मीद के मुताबिक युवा खिलाड़ियों को मौके देने का निर्णय लिया गया. दक्षिण अफ्रीका में खराब प्रदर्शन के बाद ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की जगह कुलदीप यादव और रवि बिश्नोई जैसे स्पिनरों को तरजीह दी गई है. इंडियन प्रीमियर लीग और अंडर-19 में शानदार खेल दिखाने वाले बिश्नोई को पहली बार भारतीय टीम के लिए बुलावा आया है. पिछले सीजन तक पंजाब किंग्स के लिए खेलने वाले रवि बिश्नोई ने अपनी सफलता का श्रेय महान भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले को दिया है.
लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने टीम में सेलेक्शन होने के बाद कहा, 'मैंने अनिल सर से काफी कुछ सीखा है, जिससे मुझे काफी मदद मिली. उन्होंने हमेशा मुझे गाइड किया कि कैसे दबाव में उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए और हमेशा अपने खेल पर भरोसा रखना चाहिए. उन्होंने हमेशा मुझे अपनी स्ट्रेंथ पर खेलने की सलाह दी. उन्होंने मुझे खुले मन से खेलने का आत्मविश्वास दिया.' अनिल कुंबले पंजाब किंग्स के कोच थे और रवि ने पिछले 2 सीजन IPL में पंजाब की तरफ से ही खेले हैं.
रवि को था मौके का इंतजार
अपनी गेंदबाजी से कई लोगों को अपना मुरीद बना चुके रवि बिश्नोई ने कहा कि वह इस मौके बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'मैं बड़ी लीग (IPL) की तैयारी कर रहा था. खुद को एक बड़ा मौके के लिए भी तैयार कर रहा था, जिससे जब भी मुझे मौका मिले मैं अपना बेस्ट दे सकूं.'
हालांकि रवि बिश्नोई को अपने डेब्यू के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा सकता है. 21 वर्षीय बिश्नोई के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ मौका मिलना उनकी मेहनत का नतीजा है.
वनडे में टीम इंडिया की स्पिन डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के हाथों में होगी. टी-20 फॉर्मेट में रवि बिश्नोई को मौका मिल सकता है. रवि ने पजाब किंग्स के लिए 23 मुकाबले खेले हैं जिसमें से उन्होंने 6.97 की इकॉनोमी के साथ 24 विकेट हासिल किए हैं. बिश्नोई राजस्थान के जोधपुर शहर से ताल्लुक रखते हैं. रवि बिश्नोई बचपन में खेतों में अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी की प्रैक्टिस करते थे.
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