वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रनों से हार का सामना करना पड़ा. लंदन के ओवल मैदान में खेले गए मुकाबले के भारत को जीत के लिए 444 रनों की जरूरत थी, लेकिन उसकी पूरी टीम पांचवें दिन लंच के पहले 234 रनों पर ही सिमट गई. इस हार के साथ ही टीम इंडिया का आईसीसी खिताब जीतने का सपना फिर टूट गया. भारत ने आखिरी बार साल 2013 में किसी आईसीसी खिताब पर कब्जा किया था.
हार के बाद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एवं बीसीसीआई के अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली ने आजतक को खास इंटरव्यू दिया. गांगुली ने इस दौरान विराट कोहली के साथ हुए कप्तानी विवाद पर भी बात की. गांगुली ने कहा कि विराट कोहली ने खुद ही साउथ अफ्रीका सीरीज की समाप्ति के बाद टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी. गांगुली ने टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की भी तारीफ की.
गांगुली ने कहा, 'अभी बोलने का कोई फायदा नहीं है. हमलोग विराट के टेस्ट कप्तानी छोड़ने को लेकर पूरी तरह तैयार (prepare) नहीं थे. ये उनका फैसला था. उस समय तो किसी को कप्तान बनाना था. रोहित शर्मा उस समय बेस्ट विकल्प थे. मेरा रोहित के ऊपर काफी भरोसा है. पांच बार आईपीएल जीतना बड़ी चीज है. आईपीएल जीतना विश्व कप जीतने से भी अधिक कठिन है. आपको 14 मैच खेलने हैं फिर आईपीएल में प्लेऑफ भी होता है. मेरा मानना है कि रोहित अब भी बतौर कप्तान बेस्ट ऑप्शन हैं.'
WTC फाइनल मैच में हार को लेकर कही ये बात
गांंगुली ने WTC फाइनल में हार को लेकर कहा, 'हमने उम्मीद जताई थी कि भारत जीतेगा. इंग्लैंड में हमने जीत हासिल की. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमने उसके घर में ऐतिहासिक सीरीज जीती थी, तब मैं बीसीसीआई का प्रेसिडेंट था. भारत इस फाइनल मैच में पहले दिन लंच और चाय के सेशन के बीच काफी पीछे चला गया. भारत ने इस फाइनल मैच में रिस्क नहीं लिया. उनके दिमाग में ये था कि वे चौथी पारी में 250-300 रनों का टारगेट बना लेंगे. इस टीम में जीतने की काबिलियत है और ये बार-बार नहीं हारेंगे. भारत को बिना डर के क्रिकेट खेलने की जरूरत है. वर्ल्ड कप से पहले राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा को इस पर गौर करना होगा.'
क्या था गांगुली-कोहली के बीच विवाद?
टी20 वर्ल्ड कप 2021 से पहले विराट कोहली ने ऐलान किया था कि वह टू्र्नामेंट के बाद सबसे फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे. तब कोहली ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वह टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी जारी रखना चाहते हैं, लेकिन बीसीसीआई नहीं चाहती थी कि वनडे और टी20 फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान हो. ऐसे में विराट कोहली से वनडे टीम की कप्तानी ले ली गई थी.
फिर साउथ अफ्रीका दौरे की शुरुआत से विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चौंकाने वाला खुलासा किया था. कोहली ने कहा था, 'जब साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम का चयन हो रहा था तब मुझे मीटिंग में बुलाया गया. सेलेक्टर्स के साथ तो टेस्ट टीम पर बात हुई थी लेकिन मीटिंग समाप्त होने के समय बताया कि मुझे वनडे कप्तानी से हटाने का फैसला किया गया है. सेलेक्टर्स के फैसले पर मैंने हामी भर दी.'
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इसके साथ ही टी20 कप्तानी छोड़ने को लेकर विराट ने कहा था, 'जब मैंने ये फैसला लिया तो बीसीसीआई को जानकारी दी. तब इस फैसले को सही तरीके से लिया गया था. मुझसे किसी ने यह नहीं कहा कि मैं टी20 कप्तान बना रहूं. मैंने यह कहा था कि वनडे और टेस्ट की कप्तानी जारी रखना चाहता हूं.'
बाद में सौरव गांगुली ने कप्तानी विवाद को लेकर कहा था, 'मैंने कोहली से टी20 कप्तानी जारी रखने का आग्रह किया, लेकिन उसने कप्तानी जारी रखने से इनकार कर दिया. साथ ही, गांगुली ने यह भी कहा था कि वनडे कप्तानी को लेकर कोहली से बातचीत की गई थी और उन्होंने फैसले को स्वीकार किया था.'
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