शुभमन गिल की जगह भारतीय टीम में टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में लगभग पक्की है. टेस्ट कप्तान के तौर पर इंग्लैंड में पदार्पण सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म करने में उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़े और 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल और 2025 चैम्पियंस ट्रॉफी जीत में अहम भूमिका निभाई. रोहित शर्मा के वनडे से हटते ही गिल अगले कप्तान बन सकते हैं.
अब भारत का अगला मिशन सितंबर में एशिया कप है, जो टी20 प्रारूप में होगा. इसे 2026 के टी20 वर्ल्ड कप (भारत-श्रीलंका) की तैयारी मानी जा रही है. सवाल उठता है- क्या गिल भारत की शॉर्ट-फॉर्मेट योजना में फिट बैठते हैं?
शुभमन गिल: फॉर्म है, पर मिलेगा मौका?
गिल का हालिया टी20 प्रदर्शन शानदार है. आईपीएल 2025 में उन्होंने 650 रन करीब 156 के स्ट्राइक रेट से बनाए, लेकिन चयन समीकरण जटिल है. भारत ने आखिरी बार पूरी ताकत वाली टी20 टीम 2024 टी20 वर्ल्ड कप (अमेरिका-वेस्टइंडीज) के लिए चुनी थी, जिसमें गिल मेन स्क्वॉड में नहीं, बल्कि ट्रैवलिंग रिजर्व थे.
वर्ल्ड कप के तुरंत बाद वह जिम्बाब्वे टी20 सीरीज में सेकेंड-स्ट्रिंग टीम के कप्तान बने, फिर श्रीलंका दौरे पर लगभग पूरी ताकत वाली टीम के उपकप्तान. लेकिन टेस्ट प्राथमिकता के कारण अक्टूबर 2024 से अब तक हुई टी20 सीरीज (बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड) में जगह नहीं मिली. उनकी गैरमौजूदगी में अक्षर पटेल को टी20 उपकप्तान बना दिया गया.
शेड्यूल का दबाव और एशिया कप की चुनौती
एशिया कप का फाइनल 28 सितंबर को है और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज 2 अक्टूबर से शुरू होगी. इस बार चयनकर्ताओं को एशिया कप और अगले साल के वर्ल्ड कप डिफेंस के लिए सर्वश्रेष्ठ संयोजन खोजना है. भारत फिलहाल मजबूत स्थिति में है. वर्ल्ड कप जीतने के बाद से उसने 20 में से 17 द्विपक्षीय टी20 जीते हैं.
ओपनिंग स्लॉट में कड़ी टक्कर
गिल की गैरमौजूदगी में अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन स्थायी ओपनर बन चुके हैं. अभिषेक ने इंग्लैंड के खिलाफ जनवरी सीरीज में 279 रन बनाए, लगभग 220 के स्ट्राइक रेट से. सैमसन ने इस सीरीज में भले कम रन बनाए, लेकिन इससे पहले खेले 5 टी20 में तीन शतक जमाए.
यशस्वी जायसवाल भी जुलाई 2024 के बाद टी20 नहीं खेले हैं, लेकिन पिछली पूरी ताकत वाली टीम में वे गिल से आगे बैकअप ओपनर चुने गए थे. रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद वे फिर से मजबूत दावेदार हैं. आईपीएल 2025 में गिल और जायसवाल के प्रदर्शन में बड़ा अंतर नहीं है.
गिल या जायसवाल...?
अगर टीम मैनेजमेंट सैमसन-अभिषेक की जोड़ी नहीं तोड़ता है, तो गिल या जायसवाल का प्लेइंग XI में आना मुश्किल है.और अगर स्क्वॉड का आकार 15 तक सीमित रहा, तो चारों (अभिषेक, सैमसन, गिल, जायसवाल) को लेना संभव नहीं. सैमसन के पास विकेटकीपर होने का अतिरिक्त फायदा भी है.
आखिरकार मामला गिल बनाम जायसवाल पर आ सकता है चयनकर्ता किसे भारत के टी20 खिताब बचाने में अधिक असरदार मानते हैं.
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