बेन स्टोक्स के वनडे इंटरनेशनल से रिटायरमेंट के फैसले से क्रिकेट जगत में हलचल मची हुई है. कई लोगों ने स्टोक्स के इस फैसले का समर्थन किया है. वसीम अकरम ने तो सुझाव दिया है कि वनडे क्रिकेट को खत्म कर देना चाहिए. वही टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी द्विपक्षीय सीरीज की संख्या को कम करने की वकालत की है.
अब इंटरनेशनल क्रिकेट के बिजी शेड्यूल को लेकर चल रहे डिबेट में साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक भी कूद पड़े हैं. डिकॉक का मानना है कि आने वाले दिनों में खिलाड़ियों के लिए खेल के तीनों फॉर्मेट में भाग लेना मुश्किल हो जाएगा. इस विकेटकीपर ने कहा कि क्रिकेटरों के लिए आगे बढ़ना कठिन होगा क्योंकि तीनों प्रारूपों में खेलना कठिन हो जाएगा. पिछले साल टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले डिकॉक ने यह भी कहा कि खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निर्णय लेने की जरूरत है.
इंग्लैंड-SA के बीच वनडे सीरीज ड्रॉ
डिकॉक ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के निर्णायक मुकाबले में 76 गेंदों में 92 रन बनाए थे. हालांकि, बारिश ने खेल बिगाड़ दिया और 27.4 ओवरों के बाद मैच को स्थगित करना पड़ा. तीसरे वनडे मैच का नतीजा नहीं निकलने के चलते इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुई.
डिकॉक ने फॉक्स स्पोर्ट से कहा, 'खिलाड़ियों के लिए यह तीनों प्रारूपों में भाग लेना कठिन होना शुरू हो गया है और ऐसा लग रहा है कि कैलेंडर में कुछ ज्यादा खेल हो रहे हैं. खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निर्णय लेने की जरूरत है और अगर उन्हें लगता है कि वे तीनों फॉर्मेट खेल सकते हैं तो मैं उनके लिए खुश हूं. लेकिन लोगों को निर्णय अपने हाथों में लेने की जरूरत है. मैं जहां हूं, खुश हूं.'
विश्व कप जीतना डिकॉक का सपना
डिकॉक ने कहा, 'मुझे कुछ लीग खेलने के लिए अनुबंधित किया गया है, लेकिन यह मेरा अपना नजरिया है. मैं इसे करके खुश हूं. यह एक त्याग (Sacrifice) है, लेकिन मैं धीरे-धीरे एक ऐसी उम्र में पहुंच रहा हूं, जहां मुझे यह सोचने की जरूरत है कि मैं अपने करियर में कहां रहना चाहता हूं.'
क्विंटन डिकॉक ने यह भी कहा कि एकदिवसीय क्रिकेट में कुछ खासियत है क्योंकि उनके जैसे कई खिलाड़ी अभी भी 50 ओवर का विश्व कप जीतने का सपना देखते हैं. डिकॉक ने बताया, '50 ओवर खेल खुद के लिए अच्छा कर रहा है, जिस तरह से खिलाड़ी इसके लिए जा रहे हैं और बल्लेबाजी एवं गेंदबाजी में प्रतिस्पर्धा कर रहे है. इस खेल के लिए एक भविष्य है और हम में से बहुत से लोग अभी भी 50 ओवरों के विश्व कप जीतना चाहते हैं.'
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