आईपीएल 2026 ऑक्शन में करोड़ों की बारिश, रिकॉर्ड टूटने और बड़े नामों की चर्चा के बीच दो कहानियां ऐसी रहीं, जिन्होंने भावनाओं को छू लिया. पृथ्वी शॉ और सरफराज खान- कभी भारतीय क्रिकेट के भविष्य कहे जाने वाले ये बल्लेबाज इस बार ऑक्शन की शुरुआत में अनसोल्ड रह गए... लेकिन किस्मत को आईपीएल की मेज पर आखिरी शब्द कहने से कौन रोक पाया है?
पृथ्वी शॉ: टूटन, पोस्ट और फिर वापसी
पृथ्वी शॉ का सफर सबसे ज्यादा नाटकीय रहा. 75 लाख के बेस प्राइस पर दो बार नाम आने के बावजूद जब कोई खरीदार नहीं मिला, तो निराशा साफ झलकने लगी. ऑक्शन के बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर टूटे दिल का इमोजी डालते हुए लिखा- 'It’s OK.' मानो यह स्वीकार कर लिया हो कि इस बार दरवाजा बंद हो गया.
...लेकिन कुछ ही मिनटों में कहानी पलट गई. एक्सीलरेटेड राउंड में दिल्ली कैपिटल्स- वही टीम जिसके लिए शॉ 2018 से 2024 तक खेल...ने उन्हें 75 लाख में वापस बुला लिया. शॉ ने तुरंत अपनी पुरानी पोस्ट हटाई और डीसी के वेलकम ग्राफिक के साथ लिखा- 'Back to my family.' यह सिर्फ एक खरीद नहीं, बल्कि घर वापसी थी.
26 साल के शॉ हालिया घरेलू सीजन में शानदार लय में रहे हैं.उन्होंने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक जड़कर सुर्खियां बटोरी हैं. दरअसल, पृथ्वी शॉ ने सिर्फ 141 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. रणजी ट्रॉफी के इतिहास में, अगर प्लेट ग्रुप के मैचों को छोड़ दिया जाए, तो यह दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक है. इससे पहले केवल रवि शास्त्री ने 1984-85 सीजन में बड़ौदा के खिलाफ 123 गेंदों में यह कमाल किया था.
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बल्ले के साथ उनका यह कारनामा इस बात का सबूत है कि बल्ला अब भी बोलता है. मुंबई से महाराष्ट्र की जर्सी में खेलते हुए उन्होंने खुद को दोबारा गढ़ा है..और अब आईपीएल उन्हें फिर से अंतरराष्ट्रीय दरवाजे तक ले जा सकता है.
सरफराज खान: इंतजार का इनाम
सरफराज खान की कहानी भी कुछ कम भावुक नहीं. घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले सरफराज मुख्य राउंड में अनसोल्ड रहे. हैरानी की बात यह रही कि ऑक्शन शुरू होने से महज़ एक घंटे पहले उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 22 गेंदों पर 73 रन ठोके थे- फिर भी कोई बोली नहीं लगी.
लेकिन एक्सीलरेटेड राउंड में चेन्नई सुपर किंग्स ने 75 लाख में उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया. एमएस धोनी की मौजूदगी में सरफराज के लिए यह सिर्फ मौका नहीं, बल्कि मंच है- जहां आक्रामक बल्लेबाज़ी के साथ परिपक्वता भी निखर सकती है.
करोड़ों के शोर में सबसे ऊंची आवाज
ऑक्शन में बाकी जगह रिकॉर्ड टूटते रहे- कैमरन ग्रीन पर 25.20 करोड़ की बोली, मथीशा पथिराना के लिए 18 करोड़ और अनकैप्ड भारतीयों पर जमकर पैसा लुटा. लेकिन इन सबके बीच पृथ्वी शॉ और सरफराज खान की देर से आई एंट्री सबसे ज्यादा यादगार रही.
... क्योंकि आईपीएल सिर्फ आंकड़ों और पैसों का खेल नहीं है. यह उम्मीदों का मंच है, जहां एक बोली पूरी कहानी बदल सकती है. इस बार उस बोली ने दो करियर को फिर से सांस दी... और यही आईपीएल की सबसे खूबसूरत सच्चाई है.
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