ये तो पूरा रोड था... गुवाहाटी की पिच से परेशान दिखे कुलदीप यादव, दी कड़ी प्रतिक्रिया

साउथ अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी टेस्ट मैच में भारतीय टीम की गेंदबाजी साधारण रही, वहीं पिच से भी उतनी मदद नहीं मिल रही थी. अब भारतीय बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है.

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भारत-साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच गुवाहाटी में खेला जा रहा है. (Photo: Getty Images) भारत-साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच गुवाहाटी में खेला जा रहा है. (Photo: Getty Images)

aajtak.in

  • गुवाहाटी,
  • 24 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:38 AM IST

भारतीय टीम के खिलाफ गुवाहाटी टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने पहली पारी में शानदार प्रदर्शन किया. पहले दिन (22 नवंबर) भारतीय टीम ने 250 के अंदर साउथ अफ्रीका के 6 विकेट गिरा दिए थे. तब उम्मीद की जा रही थी कि मेजबान टीम साउथ अफ्रीका को 300 के भीतर समेट देगी. मगर सेनुरन मुथुसामी और मार्को जानसेन की शानदार इनिंग्स के चलते साउथ अफ्रीका ने 489 रन बना डाले.

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देखा जाए तो गुवाहाटी बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम की पिच दूसरे दिन बल्लेबाजों के लिए काफी मुफीद हो गई छी. भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने भी माना कि पिच बल्लेबाजी के लिए बेहद आसान थी और यहां गेंदबाजों के लिए कुछ खास नहीं था. कुलदीप ने दूसरे दिन के खेल की समाप्ति के बाद कहा, 'कोलकाता का विकेट अलग था. ये तो पूरा रोड था. इसलिए इसे टेस्ट विकेट कहा जाता है.'

कुलदीप यादव कहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में हर बार हावी होना जरूरी नहीं होता, बल्कि मुश्किल परिस्थितियों में ढलना और वापसी करना ज्यादा महत्वपूर्ण है. पिच पूरी तरह सपाट लगी और जैसे ही गेंद पुरानी हुई, तेज गेंदबाज भी बेअसर नजर आने लगे. मार्को जानसेन और सेनुरन मुथुसामी ने पिच का फायदा उठाकर लंबी साझेदारी की.

'पिच की शिकायत नहीं करनी चाहिए'
कुलदीप यादव ने कहा, 'तेज गेंदबाजो को भी मदद नहीं थी. लेकिन यही टेस्ट क्रिकेट है, सीखना चाहिए और खेल का आनंद लेना चाहिए. अगला टेस्ट मैच बेहतर विकेट पर भी हो सकता है, इसलिए शिकायत नहीं करनी चाहिए. पहले दिन थोड़ी टर्न थी, दूसरे दिन तो बिल्कुल नहीं दिखी. दूसरे दिन बल्लेबाजी और आसान हो गई. मैं और जडेजा भी यही बात कर रहे थे.'

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साउथ अफ्रीका की पहली पारी में सेनुरन मुथुसामी ने शानदार शतक लगाया. मुथुसामी के टेस्ट करियर का ये पहला शतक रहा. मुथुसामी ने 10 चौके और 2 छक्के की मदद से 109 रन बनाए. मार्को जानसेन ने भी सात छक्के और 6 चौके की सहायता से 91 बॉल पर 93 रनों की तूफानी पारी खेली. भारत की ओर से कुलदीप यादव ने सबसे ज्यादा चार खिलाड़ियों को आउट किया.

भारतीय टीम के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती वही है, जिसका जिक्र कुलदीप ने किया. पिच को दोष देने के बजाय भारतीय टीम को मैच में वापस आने का रास्ता ढूंढना होगा. भारत इस मैच में तभी वापस लौट पाएगा, जब उसके दो से तीन बल्लेबाज बड़े स्कोर खड़ा करेंगे.

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