इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के एक ब्लॉकबस्टर मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों 42 रनों से हार झेलनी पड़ी. 23 मई (शनिवार) को लखनऊ के लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित इस मुकाबले में आरसीबी को जीत के लिए 232 रनों का टारगेट मिला था, लेकिन उसकी पूरी टीम 19.5 ओवर में 189 रनों पर सिमट गई.
आरसीबी के हाथों से यूं फिसली बाजी
देखा जाए तो चेज के दौरान रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु एक वक्त मजबूत स्थिति में दिख रही थी. एक समय ऐसा था कि RCB को जीत के लिए 36 गेंदों में सिर्फ 69 रन चाहिए थे और उसके पास 7 विकेट बाकी थे. तब कार्यवाहक कप्तान जितेश शर्मा संग रजत पाटीदार क्रीज पर मौजूद थे. यानी लग रहा था कि आरसीबी ये चेज आराम से कर लेगी, लेकिन 16वें ओवर में जो कुछ घटा, उसने गेम को पलट दिया.
श्रीलंकाई तेज गेंदबाज ईशान मलिंगा के उस ओवर की चौथी गेंद पर रजत पाटीदार एक रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए. वहां रन बिल्कुल भी नहीं था और गेंद मलिंगा के बहुत पास थी, ऐसे में रजत पाटीदार को कीमत चुकानी पड़ी. ईशान मलिंगा ने 16वें ही ओवर में रोमारियो शेफर्ड को भी आउट कर दिया. रोमारियो के बाद जितेश शर्मा, टिम डेविड और क्रुणाल पंड्या भी आउट हो गए, जिसने हैदराबाद की टीम का काम आसान कर दिया.
कौन सोच सकता था कि आरसीबी की टीम अगली 35 गेंदों में 26 रन पर 7 विकेट खो देगी. जब टी20 मुकाबले में किसी टीम को 6 ओवर में 69 रन बनाने हों और उसके सात विकेट हाथ में हों, तो आप ऐसी स्थिति में बल्लेबाजी करने वाली टीम को ही जीत का दावेदार मानते हैं भले ही उस टीम का एक फिनिशर (टिम डेविड) फिट ना हो. लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजों ने सही समय पर बेहतरीन प्रदर्शन किया. गेंद स्विंग हो रही थी और यॉर्कर भी सटीक पड़ रही थी. साल्ट और कोहली की तूफानी पारियां बेकार चली गईं, लेकिन आरसीबी इस मैच से कुछ सीख जरूर लेगी.
इस हार के चलते रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु अब अंकतालिका में तीसरे नंबर पर आ गई है. आरसीबी और पंजाब किंग्स दोनों के ही 17-17 अंक हैं. लेकिन पंजाब का नेट रनरेट अब आरसीबी की तुलना में बेहतर हो गया है. सनराइजर्स से हार के बाद आरसीबी की लीग स्टेज में टॉप-2 में फिनिश करने की उम्मीदों को झटका लगा है. इसके लिए आज के मैच में जीत हासिल करना जरूरी है.
बता दें कि जो टीमें लीग स्टेज में पहले और दूसरे स्थान पर रहती हैं, उन्हें फाइनल में पहुंचने का एक अतिरिक्त मौका मिलता है. टॉप-2 टीमों के बीच क्वालिफायर-1 खेला जाता है और इसमें जीतने वाली टीम सीधे फाइनल में प्रवेश करती है. वहीं क्वालिफायर-1 में हारने वाली टीम एलिमिनेटर (तीसरे और चौथे स्थान की टीम के बीच मैच) की विजेता से क्वालिफायर-2 में भिड़ती है. फिर क्वालिफायर-2 की विजेता टीम फाइनल में क्वालिफायर-1 की विजेता टीम का सामना करती है.
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