Mankading Laws: क्या है रनआउट का वो नियम, जिस पर दीप्ति शर्मा के एक्शन से बवाल मच गया

दीप्ति शर्मा ने इंग्लिश बल्लेबाज चार्लोट डीन को मांकड़िंग कर दिया था, जिसके बाद क्रिकेट जगत में इस तरीके से रन-आउट को लेकर बवाल मचा हुआ है. 'मांकड़िंग' शब्द का संबंध टीम इंडिया के दिवंगत ऑलराउंडर वीनू मांकड़ के नाम पर है. साल 1947 में वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को सिडनी टेस्ट में रन-आउट कर दिया था.

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दीप्ति शर्मा ने किया था रनआउट दीप्ति शर्मा ने किया था रनआउट

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:10 PM IST

भारतीय महिला टीम की ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा काफी सुर्खियों में है. इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में आयोजित तीसरे वनडे मैच में दीप्ति ने चार्लोट डीन को मांकड़िंग (रन-आउट) किया था. दीप्ति शर्मा ने जो किया वो आईसीसी के नए नियम के तहत पूरी तरह स्पिरिट ऑफ गेम के तहत सही है. लेकिन कुछ लोगों को यह खेल भावना के खिलाफ लग रहा है.

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देखा जाए तो पहले भी कई मौके पर इस तरह से खिलाड़ी मांकड़िंग हो चुके हैं, लेकिन तब इसे आईसीसी ने अनुचित खेल की श्रेणी में रखा था. यानी कि इस तरीके से आउट करना खेल भावना के खिलाफ माना जाता था, परंतु नियमों के मुताबिक यह जायज था. इस प्रकार के रन-आउट को पहले लॉ 41.16.1 (अनुचित खेल) में रखा गया था.

41.16.1 के मुताबिक जब गेंदबाज को लगेगा कि नॉन-स्ट्राइकर एंड का बल्लेबाज बॉल के डिलीवर होने से पहले ही अपनी क्रीज से बहुत पहले बाहर निकल रहा है तो गेंदबाज नॉन-स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज को रन आउट कर सकता है. इसमें गेंद रिकॉर्ड नहीं होती है लेकिन बैटर आउट हो जाता है.

लेकिन अब आईसीसी ने मांकड़िग को लॉ 41.16.1  से रन-आउट नियम (38) में शिफ्ट कर दिया. मतलब यह है कि अब एक अक्टूबर से मांकड़िंग करना खेल भावना के विरुद्ध नहीं होगा और यह आम रन-आउट माना जाएगा. नतीजतन आने वाले दिनों में इस तरह से रन-आउट चलन में आ सकते हैं.

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Deepti Sharma ran out Charlotte Dean in the non-strike end and led to a historic win for India. pic.twitter.com/ijc0ysMS2n

— Johns. (@CricCrazyJohns) September 25, 2022

अबकी बार मांकड़िंग का पूरा वाकया दीप्ति शर्मा द्वारा फेंके गए इंग्लिश पारी के 44 वें ओवर में हुआ. उस समय इंग्लैंड को जीत के लिए 16 रन बनाने थे और चार्लोट डीन आखिरी बल्लेबाज फ्रेया डेविस के साथ क्रीज पर डटी हुई थीं. उस ओवर की चौथी गेंद को डिलीवर होने से पहले ही नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़ीं चार्लोट डीन क्रीज से बाहर निकल गई. दीप्ति ने चालाकी दिखाई और बॉल फेंकने के बजाया बेल्स गिराकर आउट की अपील  की.

कैसे पड़ा मांकड़िंग नाम?

मांकड़िंग शब्द का संबंध टीम इंडिया के दिवंगत ऑलराउंडर वीनू मांकड़ के नाम पर है. साल 1947 में वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन-आउट कर दिया था. वीनू मांकड़ बॉलिंग कर रहे थे, जैसे ही ब्राउन क्रीज से बाहर निकले, मांकड़ ने उन्हें रन आउट कर दिया. हालांकि वीनू ने ब्राउन को रन आउट करने से पहले चेतावनी भी दी थी. उस दौरे में मांकड़ ने ब्राउन को दो बार इसी तरह आउट किया था. क्रिकेट के नियमों के मुताबिक यह रन आउट जायज था, इसके बावजूद इस तरह के रन आउट को मांकड़िंग कहा जाने लगा.

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इंटरनेशनल क्रिकेट में मांकड़िंग होने वाले प्रमुख प्लेयर्स
1. बिल ब्राउन, ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, सिडनी
2. इयान रेडपाथ, ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्ट इंडीज, एडिलेड,
3. डेरेक रैंडेल, इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड, क्राइस्टचर्च , 
4. सिकंदर बख्त, पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ
5. ब्रायन लकहर्स्ट, इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, मेलबर्न
6. ग्रांट फ्लावर, जिम्बाब्वे बनाम न्यूजीलैंड, हरारे
7. पीटर कर्स्टन, साउथ अफ्रीका बनाम भारत, पोर्ट एलिजाबेथ
8. जोस बटलर, इंग्लैंड बनाम श्रीलंका, एजबेस्टन
9. मार्क चैपमैन, हॉन्गकॉन्ग बनाम ओमान, फतुल्लाह


 


 

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