भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-1 से शानदार जीत हासिल की. शनिवार (6 दिसंबर) को विशाखापत्तनम के डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में हुए सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से पराजित किया. अब भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 9 दिसंबर से पांच मैचों की टी20 सीरीज खेली जाएगी.
भारतीय टीम ने वनडे सीरीज तो जीत ली है, लेकिन टेस्ट सीरीज में मिली 0-2 की करारी हार को लेकर टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. गंभीर ने अब शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन आलोचनाओं का कड़ा जवाब दिया. गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया पर स्प्लिट कोचिंग (रेड और व्हाइट बॉल के लिए अलग-अलग कोच) के बारे में चल रही थ्योरीज की कड़ी आलोचना की.
गौतम गंभीर ने कहा कि टेस्ट सीरीज में हार को लेकर खूब हल्ला हुआ, लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि कोलकाता में पहला टेस्ट भारत ने एक तरह से कप्तान शुभमन गिल के बिना खेला. गिल गर्दन की चोट के कारण पहली पारी में चार रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे. जबकि दूसरी पारी में वो बल्लेबाजी नहीं कर पाए थे.
'बहुत सारी बातें कही गईं...'
गौतम गंभीर ने कहा, 'बहुत सारी बातें हुईं क्योंकि टेस्ट सीरीज में नतीजे हमारे पक्ष में नहीं गए थे. लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि किसी भी मीडिया या पत्रकार ने एक बार भी नहीं लिखा कि हम पहला टेस्ट मैच कप्तान के बिना खेले थे, जिन्होंने दोनों इनिंग्स में बैटिंग नहीं की.' गंभीर ने कहा कि इस तरह की राय बनाने वालों को ऐसी बातें करने से बचना चाहिए, जिनका मैदान पर क्रिकेट से जुड़े मामलों से कोई सीधा लेना-देना न हो.'
गौतम गंभीर ने कहा, 'कुछ लोगों ने ऐसी बातें भी कहीं जिनका क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं था. एक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम के मालिक ने भी स्प्लिट कोचिंग के बारे में लिखा. तो यह हैरानी की बात है. लोगों के लिए अपने डोमेन में रहना बहुत जरूरी है. क्योंकि अगर हम किसी के डोमेन में नहीं जाते हैं, तो उन्हें भी हमारे डोमेन में आने का अधिकार नहीं है.'
गौतम गंभीर का इशारा साफतौर पर दिल्ली कैपिटल्स (DC) के सह-मालिक पार्थ जिंदल की ओर था, जिन्होंने हाल ही में भारतीय टीम के लिए स्प्लिट का सुझाव दिया था. बता दें कि गंभीर अपने करियर में इस टीम के लिए भी आईपीएल मुकाबले खेले. उन्होंने आईपीएल में कैपिटल्स की कप्तानी भी की, हालांकि यह टीम अब तक एक भी खिताब नहीं जीत पाई है.
पार्थ जिंदल की ये पोस्ट बनी बवाल की वजह
26 नवंबर को पार्थ जिंदल ने भारत की टेस्ट सीरीज हार के बाद X पर लिखा था, 'यह तो बिल्कुल भी करीब नहीं था, घर में इतनी करारी हार. याद नहीं पड़ता कि हमारी टेस्ट टीम कभी घरेलू मैदान पर इतनी कमजोर दिखी. यही होता है जब रेड-बॉल विशेषज्ञ खिलाड़ियों को टीम में शामिल नहीं किया जाता. यह टीम उस गहराई और क्षमता को बिल्कुल भी नहीं दर्शाती जो भारत के पास टेस्ट फॉर्मेट में मौजूद है. अब समय आ गया है कि बीसीसीआई भारत की टेस्ट टीम के लिए एक विशेषज्ञ रेड-बॉल कोच नियुक्त करे.'
गौतम गंभीर ने बताया, 'मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस में बहाने नहीं बनाता. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप दुनिया या देश के सामने फैक्ट्स नहीं दिखाएं. जब आप ट्रांजिशन से गुजरते हैं और अपने कैप्टन को खो देते हैं, जो ऐसी टीम के खिलाफ रेड-बॉल क्रिकेट में आपका मेन बैट्समैन भी होता है, तो जाहिर तौर पर नतीजे मुश्किल होते हैं क्योंकि आपके पास रेड बॉल क्रिकेट का उतना अनुभव नहीं होता. हैरानी की बात यह है कि किसी ने इस बारे में बात भी नहीं की. विकेट के बारे में सारी बातें हुईं, मुझे नहीं पता कि क्या-क्या बातें हुईं.'
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