Dhruv Jurel Father Nem Singh Jurel India Today Conclave 2024: इंग्लैंड सीरीज में अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरने वाले ध्रुव जुरेल और सरफराज खान ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अपने हालिया प्रदर्शन को लेकर खुलकर बात की. इस दौरान जुरेल ने अपनी विकेटकीपिंग, धोनी संग उनकी तुलना और टी20 वर्ल्ड कप में खेलने की संभावनाओं पर भी बात की.
जुरेल ने कहा कि वह फिलहाल वर्ल्ड कप को लेकर किसी तरह का प्रेशर नहीं ले रहे हैं. जो होगा सो होगा. इस दौरान एक इमोशनल मोमेंट भी सामने आया, जब कॉन्क्लेव में मौजूद ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह ने अपने बेटे को सैल्यूट किया. जुरेल के पिता भारतीय सेना में रह चुके हैं और 1999 के कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं.
दरअसल, ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट में अपना पहला अर्धशतक जड़ा था. यह अर्धशतक जड़ते ही उन्होंने अपने पिता को सैल्यूट किया था. जुरेल का यह सैल्यूट सेलिब्रेशन तब खूब चर्चा में आया था. माना गया था कि जुरेल ने अपने पिता को सैल्यूट कर उस अर्धशतक का जश्न मनाया था. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव की दर्शकदीर्घा में जुरेल के पिता भी मौजूद थे, इस दौरान उनसे कहा गया कि बेटे ने तो आपको सैल्यूट कर दिया, लेकिन फौज (आर्मी) में सैल्यूट वापस करने का एक ट्रेडिशन भी होता है.
इस पर जुरेल के पिता ने बेहद सहजता से अपने बेटे ध्रुव जुरेल को रिटर्न सैल्यूट किया. जुरेल के पिता ने नेम सिंह ने इस दौरान कहा, 'मैं भी इंडियन आर्मी में था... और ये भी इंडिया के लिए खेल रहा है... तो मैं यह कर ही कर सकता हूं.' यह बात कहते ही उन्होंने अपने बेटे को सैल्यूट किया. इसके बाद जुरेल ने भी अपने पिता को सैल्यूट किया. इस पर जुरेल काफी इमोशनल हो गए.
DRS पर ध्रुव जुरेल ने ऐसा कहा
हाल में इंग्लैंड के खिलाफ समाप्त हुई ही सीरीज में टेस्ट पदार्पण करने वाले जुरेल ने विकेट के पीछे चतुराई दिखाई, बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन किया तथा कप्तान रोहित शर्मा को डीआरएस संबंधित फैसले लेने में मदद की. DRS पर जुरेल ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रेशर उन पर तो होता ही है, वहीं उन खिलाड़ियों पर भी होता है जो बल्लेबाज के पास होते.
जुरेल ने की शानदार विकेट कीपिंग
ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट के जरिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था. जुरेल ने इंग्लैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों में 63.33 की औसत से 190 रन बनाए थे. इस दौरान जुरेल ने रांची टेस्ट मैच में 90 और नाबाद 39 रनों की पारियां खेलकर भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. वहीं इन तीन मैचों में उन्होंने 7 शिकार (2 स्टम्प और 5 कैच) किए.
धोनी से तुलना पर क्या बोले जुरेल
जुरेल के इस प्रदर्शन को देखकर महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने उनकी तुलना धोनी से कर दी, लेकिन 23 साल के इस खिलाड़ी को ऐसा नहीं लगता. उन्होंने ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ में कहा, ‘मेरी तुलना धोनी सर से करने के लिए शुक्रिया गावस्कर सर. लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से कहना चाहूंगा कि धोनी सर ने जो किया है, वैसा कोई भी नहीं कर सकता.’
इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘धोनी सिर्फ एक ही है. हमेशा थे और हमेशा रहेंगे. मैं सिर्फ ध्रुव जुरेल ही रहना चाहता हूं. जो भी मैं करूं, मैं सिर्फ ध्रुव ही रहना चाहता हूं. लेकिन धोनी सर एक महान क्रिकेटर हैं और वह हमेशा ही महान क्रिकेटर रहेंगे.’ यह उदीयमान क्रिकेटर एमएस धोनी को अपना आदर्श मानता है. आज भी जुरेल के वॉट्सऐप डिस्पले पिक्चर पर एमएस धोनी की तस्वीर है.
भारत की टेस्ट कैप मिलने से जुरेल का सपना साकार हुआ, उन्होंने कहा, ‘मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा कि मुझे टेस्ट कैप मिली और फिर मैं मैन ऑफ द मैच रहा. टेस्ट खेलना सुखद रहा जो क्रिकेट का सबसे शुद्ध प्रारूप है. इतना पता था कि किसी दिन टेस्ट क्रिकेट खेलूंगा. इसलिए यह मेरे सपने के साकार होने वाला पल था.’
बैजबॉल पर ध्रुव जुरेल ने क्या कहा
इस दौरान ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड के बैजबॉल स्टाइल बल्लेबाजी की जमकर आलोचना की. जुरेल ने कहा जब टेस्ट मैच 5 दिन का है तो फिर बैजबॉल क्यों खेलना. ध्रुव जुरेल से जब आईपीएल टी20 और टेस्ट क्रिकेट की तुलना पर पूछा गया तो उन्होंने कहा मैं हमेशा से ही टेस्ट मैच खेलना चाहता था.
उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा टेस्ट खेलना चाहता था. जब मैं अंडर-19 खेल रहा था, तो मेरा लक्ष्य 200 टेस्ट खेलने का था, लेकिन बाद में मुझे महसूस हुआ कि यह संभव नहीं था.’
'टेस्ट और IPL में कोई तुलना नहीं हो सकती'
जुरेल ने टेस्ट क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के बीच तुलना को खारिज करते हुए इसे अवास्तविक करार करते हुए कहा, ‘अपनी बात करूं तो आईपीएल से मेरा टेस्ट क्रिकेट के प्रति लगाव कम नहीं हुआ. जब मुझे भारतीय टेस्ट टीम की कैप मिली तो इसका अहसास बिल्कु्ल ही अलग था. दोनों में कोई तुलना नहीं हो सकती. टेस्ट क्रिकेट बिल्कुल ही अलग स्तर पर है.’
जुरेल ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के ज्यादा टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों को ज्यादा प्रोत्साहन राशि देने के कदम की प्रशंसा की.
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