यह वीडियो एक राजनीतिक विवाद की चर्चा करता है जिसमें सम्राट चौधरी के दल द्वारा एक नचनिया को टिकट देने पर सवाल उठाए गए. वक्ता ने स्पष्ट किया कि यह टिप्पणी सम्राट चौधरी के लिए व्यक्तिगत नहीं है बल्कि एक विचारधारा के संदर्भ में है. वह कहते हैं कि इंसान चाहे कोई भी हो, उससे कुछ भी कहने से बेहतर है कि हम सोच को समझें और उस पर ध्यान दें. इंसान को खत्म करके सोच को नहीं खत्म किया जा सकता और सोच को मारिएगा तो इंसान भी जिंदा रहेगा और संभव है कि आने वाले समय में बेहतर सोच विकसित हो सके.