बिहार चुनाव में 2010 में वोटिंग प्रतिशत 33 फीसदी था, जो साल 2015 और 2020 में लगभग 57 फीसदी था. लेकिन 2025 तक यह आंकड़ा 67 फीसदी तक पहुंच गया है. इसका मतलब यह हुआ कि 14 फीसदी वोटिंग प्रतिशत में वृद्धि हुई है, जो कि एक महत्वपूर्ण बदलाव दर्शाता है.