नवरात्र के आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा अर्चना की जाती है. देवी महागौरी की पूजा अर्चना से जीवन में आ रही कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है. महाष्टमी को दुर्गा पूजा का मुख्य दिन माना जाता है. इस बार महाष्टमी 1 अप्रैल यानी बुधवार को मनाई जा रही है. इस दिन भक्तों को पूजा के समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
1. अष्टमी पूजन का नवरात्रि में बहुत महत्व है. इस दिन शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर ही पूजा करें. मुहू्र्त बीतने के बाद पूजा का महत्व नहीं रह जाता.
2. संधि काल का समय दुर्गा पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है. संधि काल के समय 108 दीपक जलाए जाते हैं. अष्टमी के दिन संधि काल में ही दीपक जलाना शुभ माना जाता है.
3. विष्णु पुराण के अनुसार, अष्टमी पर पूजा के बाद दिन में नहीं सोना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
4. दुर्गा चालीसा, मंत्र या सप्तशती के पाठ के समय किसी दूसरे से बात न करने लग जाएं. ऐसा करने से आपकी पूजा का फल नकारात्मक शक्तियां ले जाती हैं.
5. अखंड ज्योति जला रहे हैं तो घर को खाली छोड़कर कहीं न जाएं. हवन कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि इसकी सामग्री कुंड से बाहर न जाए.
6. अष्टमी के दिन अगर व्रत नहीं भी कर रहे हैं तो सुबह-सुबह स्नान कर मां दुर्गा की पूजा करें. अष्टमी के दिन फलाहार हमेशा एक ही जगह पर बैठकर ग्रहण करना चाहिए.
7. नवमी तक मांस या मदिरा-पान का सेवन करने से बचें. किसी व्यक्ति को अपशब्द कहने से भी परहेज करें.
8. अष्टमी पर नीला या काला जैसे गहरे रंग के कपड़े न पहनें. पीला या लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है.