बुध ग्रह मेष से निकल कर अपनी मित्र राशि वृषभ में 09 मई 2020 को सुबह 9:47 बजे प्रवेश कर लिया है. वृषभ राशि में बुध 16 दिनों तक रहेगा इसके बाद यहां से 24 मई को अपनी स्वराशि मिथुन में गोचर कर जाएगा. बुध ग्रह को संचार, व्यवसाय, तर्क क्षमता, विश्लेषण और अवलोकन का कारक माना जाता है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह को एक तटस्थ ग्रह माना गया है. इसलिए जब यह किसी क्रूर ग्रह के संपर्क में आता है तो अशुभ फल देता है और शुभ ग्रह के संपर्क में आता है तो इससे अच्छे परिणामों की प्राप्ति होती है.
बुध के राशि परिवर्तन का असर सभी राशियों के कार्यक्षेत्र पर भी पड़ता है. ज्योतिष की वेबसाइट Astrosage के माध्यम से जानते हैं कि बुध का गोचर किन राशियों के लिए अच्छे परिणाम लेकर आया है.
मेष- इस गोचर के दौरान मेष राशि के जातकों को सबसे जरुरी काम यह करना है कि वो अपने धन की बचत करने के लिए कोई सेविंग करें, इस तरह का निवेश करना आपके लिए अच्छा होगा जिससे आने वाले समय में आपको आर्थिक लाभ हो. आपके जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव और रुकावटों के कारक भाव के स्वामी बुध की स्थिति के कारण आप अत्यधिक खर्चीले हो सकते हैं. इस दौरान आपको बातचीत के दौरान सावधानी बरतनी होगी और सही शब्दों का इस्तेमाल करना होगा, नहीं तो आप किसी को आहत कर सकते हैं. इस राशि के पेशेवर लोगों को कार्यक्षेत्र में इस दौरान लाभ की प्राप्ति होगी. कारोबारियों की नई योजनाओं में परेशानियां आ सकती हैं. इस गोचर काल के दौरान आपको किसी भी तरह का लोन या उधार लेने से बचना चाहिए.
वृषभ- बुध ग्रह का गोचर आपके लग्न भाव में होगा और इस स्थिति में बुध दिगबली अवस्था में रहेगा. बुध की यह स्थिति आपको आकर्षक व्यक्तित्व वाला बनाएगी इसके साथ ही आपका वार्तालाप कौशल भी शानदार रहेगा. आप लोगों को आकर्षित कर पाएंगे. इस दौरान आपका मिलनसार और सौम्य रवैया निजी और पेशेवर दोनों ही मोर्चों पर आपको सकारात्मक परिणाम देगा. इस राशि के जो जातक शादीशुदा हैं वो अपने रिश्ते में अधिक संतोष और खुशी महसूस करेंगे. इस राशि के जो जातक नौकरी पेशा हैं, बुध की यह स्थिति उनमें अत्यधिक जिज्ञासा जगाएगी. इसके कारण आप नए अनुभवों से गुजरेंगे जिससे भविष्य में आपके कौशल में और भी निखार आएगा. आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को आसानी से पूरा करेंगे. आपके सहकर्मी और सीनियर्स आपके काम से खुश होंगे. इस राशि के जो लोग आयात-निर्यात से जुड़ा कारोबार करते हैं उन्हें इस दौरान लाभ मिल सकता है.
मिथुन- बुध ग्रह इस गोचर के दौरान आपके द्वादश भाव में रहेंगे. इस भाव को व्यय, अनचाही परिस्थितियों का भाव कहा जाता है और इस भाव में बुध की स्थिति मिथुन राशि के जातकों के लिए अनुकूल नहीं कही जा सकती. बुध के इस गोचर के दौरान आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं जिससे आपको मानसिक परेशानी और चिंता होने की संभावना है. इसलिए सही आर्थिक योजना और संसाधनों का सही इस्तेमाल आपके लिए बेहद जरुरी होगा. इस राशि के कई जातकों का स्थानांतरण भी इस दौरान हो सकता है. इस दौरान आपको कोई नया काम करने से बचना चाहिए और जो काम आप कर रहे हैं उसे मेहनत के साथ करते रहें. जीवन में कई उतार-चढ़ाव आएंगे और आपके रिश्ते भी खराब हो सकते हैं. इस गोचर के दौरान शांत बने रहें इससे आपको हालातों को समझने में मदद मिलेगी.
कर्क- कर्क राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह का गोचर उनकी सफलता और लाभ के एकादश भाव में होगा. इस राशि के जो कारोबारी विदेशों से जुड़ा व्यापार करते हैं या विदेशी कंपनियों में काम करते हैं उन्हें लाभ मिलने की पूरी संभावना है. अपनी योग्यता के दम पर आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं. इस गोचर के दौरान आपको अपने कौशल का विकास करने की जरुरत है. इसके साथ ही बुध का यह गोचर आपकी दबी इच्छाओं को पूरा करने वाला भी साबित हो सकता है. बुध के इस गोचर के दौरान आप सामाजिक स्तर पर जितने सक्रिय रहेंगे, उतने ही सफल होने के ज्यादा मौके आपको मिलेंगे. हालांकि इस गोचर के दौरान आप अपने पार्टनर से बहुत ज्यादा अपेक्षाएं लगाएंगे जिसके कारण रिश्ते में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं.
सिंह- सिंह राशि के जातकों के दशम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा, इस भाव से आपके करियर और कर्म के बारे में विचार किया जाता है. बुध ग्रह आपके द्वितीय और एकादश भाव का स्वामी है. द्वितीय भाव से आपके संचित धन और एकादश भाव से लाभ और सफलता के बारे में विचार किया जाता है. बुध की स्थिति से पता चलता है कि सिंह राशि के जातकों को बुध के इस गोचर से लाभ की प्राप्ति होगी. व्यावसायिक रूप से, आपकी रचनात्मकता और संगठन कौशल में वृद्धि होगी और आप उन कार्यों को मूर्त रुप देने में सक्षम होंगे जिनके परिणामस्वरूप उत्पादकता और दक्षता में वृद्धि हो. इससे सहकर्मियों और उच्च अधिकारियों के बीच आपकी छवि बेहतर होगी. सिनेमा, मनोरंजन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्रिएटिव मैनेजमेंट में काम करने वाले जातकों को इस अवधि में अच्छे परिणाम और लाभ प्राप्त होने की पूरी संभावना है. शादीशुदा लोगों के जीवन में प्यार और खुशी बनी रहेगी.
कन्या- कन्या राशि के जातकों के नवम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा. इस भाव से आपके भाग्य, उच्च शिक्षा आदि के बारे में विचार किया जाता है. इसके साथ ही यात्रा और धार्मिक यात्राओं के बारे में भी इस भाव से ही विचार किया जाता है. कन्या राशि के जातकों को हर काम में इस दौरान भाग्य का साथ मिलेगा. हालांकि बावजूद इसके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपको निरंतर प्रयास और कठिन परिश्रम करने की जरुरत है. इस गोचर काल के दौरान आपका मान सम्मान बढ़ेगा और सामाजिक स्तर पर आप अच्छी पहचान बना पाएंगे. पेशेवर लोगों की बात की जाए तो इस दौरान आपको नई नौकरी मिल सकती है और आमदनी में भी वृद्धि हो सकती है. इस गोचर के दौरान आध्यात्मिकता की तरफ आपका झुकाव हो सकता है, आप लोगों की सहायता और सेवा कर सकते हैं.
तुला- तुला राशि के जातकों के अष्टम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा, इस भाव से जीवन में होने वाले परिवर्तनों और अनचाही घटनाओं के बारे में विचार किया जाता है. आपके अष्टम भाव में बुध का गोचर इशारा करता है कि आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सावधान रहने की जरुरत है. इस समय आपको धूल और प्रदूषण से दूर रहना चाहिए नहीं तो एलर्जी या त्वचा से संबंधी कोई बीमारी आपको हो सकती है. यदि वाहन चलाते हैं तो वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, नहीं तो दुर्घटना हो सकती है. तुला राशि के लोगों को बुध के इस गोचर के दौरान कई प्रस्ताव मिल सकते हैं, लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले फायदे और नुक्सान के बारे में विचार कर लें. यह गोचर उन लोगों के लिए शुभ रहेगा जो किसी तरह का शोध से जुड़ा कार्य कर रहे हैं.
वृश्चिक- बुध के इस गोचर से वृश्चिक राशि के लोगों को मिश्रित परिणाम प्राप्त होने की संभावना है. इस गोचर के दौरान आप चीजों को लेकर मीनमेख निकाल सकते हैं, आपके व्यवहार में निरंतर होने वाले परिवर्तन के कारण जीवनसाथी के साथ गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं. इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि जीवनसाथी की हर बात पर प्रतिक्रिया देने से बचें इससे कई मुद्दे आसानी से हल हो सकते हैं. वहीं इस राशि के सिंगल जातक इस गोचर काल के दौरान उनकी मुलाकात किसी खास से हो सकती है. बुध आपके सफलता और लाभ के एकादश भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान आपके सप्तम भाव में विराजमान है. इससे पता चलता है कि आपको लाभ की प्राप्ति होगी खासकर उन लोगों को जो पार्टनरशिप में बिजनेस करते हैं.
धनु- बुध ग्रह का गोचर धनु राशि के जातकों के षष्ठम भाव में होगा. इस राशि के जो जातक नौकरी पेशा से जुड़े हैं या कोई प्रोफेशनल काम करते हैं उनके लिए बुध का यह गोचर शुभ रहेगा. आपके लगातार परिश्रम और दृढ़ निश्चय के चलते कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी. हालांकि इस दौरान आपको अपने शत्रुओं से सावधान रहने की जरुरत है, क्योंकि उनके द्वारा आपके खिलाफ कोई साजिश की जा सकती है. हालांकि, आपनी बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धी क्षमता और सहज ज्ञान से आप ऐसी परिस्थिति से खुद को बचा सकते हैं. उधार या लोन लेने से भी आपको इस दौरान बचना चाहिए, नहीं तो यह आपकी मानसिक चिंताओं का कारण बन सकता है. आपके जीवनसाथी की तबीयत इस गोचर काल में नाजुक बनी रहेगी. इसके साथ ही कुछ गलतफहमियां और रिश्ते में बदलाव आप दोनों के बीच टकराव का कारण बन सकते हैं.
मकर- मकर राशि के जातकों के पंचम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा, इस भाव से आपकी बुद्धि, प्रेम, रोमांस और संतान के बारे में विचार किया जाता है. आपके निजी जीवन पर नजर डालें तो प्रेम और रोमांस के लिए बुध का यह गोचर अच्छा रहेगा. इस राशि के जो जातक अभी तक सिंगल थे वो इस गोचर के दौरान अपने प्यार का इजहार किसी खास से कर सकते हैं, क्योंकि इस दौरान आपके प्रस्ताव पर सकारात्मक जवाब आ सकता है. बुध का यह गोचर मकर राशि के विवाहित जातकों के लिए भी शुभ साबित होगा, इस दौरान आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा वक्त बिता सकते हैं. इस राशि के उन नौकरी पेशा लोगों को प्रमोशन मिल सकता है जिन्हें प्रमोशन की उम्मीद थी और इसके साथ ही मनचाही जगह पर आपका तबादला भी हो सकता है.
कुंभ- कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह का गोचर चतुर्थ भाव में होगा. माता के स्वास्थ्य में कुछ गिरावट आ सकती है जिससे आपको भी मानसिक चिंता हो सकती है. कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध संतान भाव यानि पंचम भाव का स्वामी है जोकि अपनी राशि से द्वादश भाव में गोचर कर रहा है. यह इंगित करता है कि इस राशि के शादीशुदा जातकों को संतान से जुड़ी कुछ परेशानियां आ सकती हैं. इस राशि के विद्यार्थियों की एकाग्रता पर असर पड़ सकता है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में दिक्कत आएगी. जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, आपको कार्यक्षेत्र में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. उच्च अधिकारियों के साथ कुछ मतभेदों के कारण आप परेशान हो सकते हैं. हालांकि आपको टकराव की स्थिति से बचना चाहिए. प्रेम और रोमांस के लिए बुध का यह गोचर अच्छा रहेगा.
मीन- मीन राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह का गोचर उनके तृतीय भाव में होगा. इस भाव से आपकी इच्छाओं, महत्वकांक्षाओं, प्रयासों और छोटे भाई-बहनों के बारे में विचार किया जाता है. आप अपने लक्ष्य और महत्वकांक्षाओं के प्रति इस दौरान एकाग्रचित रहेंगे. इस गोचर के दौरान आपके संचार और बातचीत करने के कौशल में वृद्धि होगी जिससे आपको कई अवसरों को भुना पाने में सफल होंगे. अपने कठिन प्रयासों से आप आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर पाएंगे. बुध के इस गोचर के दौरान आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी जिसके कारण आप कठिन निर्णय लेने में भी पीछे नहीं हटेंगे. एक बार में एक ही काम करें और एक काम के पूरा होने के बाद ही दूसरा काम हाथ में लें. दांपत्य जीवन की बात करें तो आपके जीवनसाथी को इस दौरान लाभ की प्राप्ति होगी.