Som Pradosh Vrat 2022: दिसंबर माह का पहला प्रदोष व्रत कब है? यहां जानें सही डेट और पूजन विधि

Som Pradosh Vrat 2022: प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि जो कोई भी व्यक्ति सच्चे दिल से प्रदोष व्रत करता है, भगवान शिव उस व्यक्ति की सभी मनोकामना को पूरा करते हैं. साथ ही उसके दुखों और पापों को हर लेते हैं. आइए जानते हैं कि सोम प्रदोष व्रत की पूजन विधि और शुभ मुहूर्त.

Advertisement
सोम प्रदोष व्रत (PC: Getty Images) सोम प्रदोष व्रत (PC: Getty Images)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:50 PM IST

Som Pradosh Vrat 2022: प्रदोष व्रत को त्रयोदशी व्रत भी कहा जाता है. पंचांग के अनुसार ये व्रत एक माह में दो बार आता है. इस बार सोम प्रदोष व्रत मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाएगा. इस बार सोम प्रदोष व्रत 05 दिसंंबर 2022 को किया जाएगा. मान्यताओं के अनुसार ये व्रत अच्छी सेहत के लिए रखा जाता है. सोमवार के दिन प्रदोष व्रत रखने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है. इसलिए इसे सोम प्रदोषम या चंद्र प्रदोषम के नाम से भी जाना जाता है. 

Advertisement

सोम प्रदोष व्रत का महत्व (Som Pradosh vrat 2022 importance)

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को सभी विशेष व्रतों में एक बताया गया है. माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस दिन सच्ची श्रद्धा भाव से उपवास रखता है. भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करता है, उसे समस्त बाधाओं और कष्टों से मुक्ति मिलती है और उन्हें मृत्यु के पश्चात मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. 

सोम प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त (Som Pradosh vrat 2022 Shubh Muhurat)

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सोम प्रदोष व्रत मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाएगा. सोम प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त 05 दिसंबर 2022 को सुबह 05 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन 06 दिसंबर 2022 को 06 बजकर 47 मिनट पर होगा. 

सोम प्रदोष व्रत पूजन विधि (Som Pradosh vrat 2022 Pujan Vidhi)

Advertisement

प्रदोष व्रत के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए. स्नान करने के बाद पूजा वाली जगह को साफ कर लें. इस दिन की पूजा में बेल पत्र, अक्षत, धूप, गंगा जल इत्यादि अवश्य शामिल करें. इन सब चीजों से भगवान शिव की पूजा करें. इस दिन निर्जला रखना चाहिए. इस तरह पूरे दिन उपवास करने के बाद सूर्यास्त से कुछ देर पहले यानी शाम के समय दोबारा स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें. दोबारा पूजा वाली जगह को शुद्ध करें. इसके बाद भगवान शिव के मंत्र 'ऊं नमः शिवाय' का जाप करते हुए भगवान शिव को जल चढ़ाएं. इसके साथ ही आप जिस दिन का प्रदोष व्रत कर रहे हैं उस दिन से जुड़ी प्रदोष व्रत कथा पढ़ें और सुनें. 

सोम प्रदोष व्रत क्या करें और क्या न करें (Som Pradosh vrat Dos and Donts)

1. घर में और घर के मंदिर में साफ सफाई का ध्यान रखें. 
2. साफ-सुथरे कपड़े पहनकर ही भगवान शिव परिवार की पूजा करें.  
3. सारे व्रत विधान में मन में किसी तरीके का गलत विचार ना आने दें.  
4. अपने गुरु और पिता के साथ सम्मान पूर्वक बात करें. 
5. सारे व्रत विधान में अपने आप को भगवान शिव को समर्पण कर दें. 
6. घर में हो सके तो तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन का प्रयोग ना करें. 
7. घर के लोग इस दिन कलह क्लेश से बचें.

Advertisement

सोम प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय (Som Pradosh vrat Upay)

1. रोग से मुक्ति पाने के लिए 

सफेद चंदन में गंगाजल मिलाकर इसका लेप सोम प्रदोष के दिन शाम के समय भगवान शिवलिंग पर करें और गाय के घी का दीया जलाकर रोग शांति की प्रार्थना करें.

2. सरकारी नौकरी पाने के लिए 

जिन लोगों के सरकारी नौकरी में दिक्कत आ रही हो वह सोम प्रदोष के दिन शाम के समय भगवान शिवलिंग को जल में कच्चा दूध मिलाकर स्नान कराएं और शुद्ध चन्दन का इत्र अर्पण करें. साथ ही देसी घी का दीया जलाएं. प्रणाम करके प्रार्थना जरूर करें. इससे सरकारी नौकरी की चिंता परेशानी बहुत जल्द खत्म होगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement