Shani Guru Maha Sanyog: वैदिक पंचांग के अनुसार वर्ष 2026 में ग्रहों की चाल में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिलेंगे. इनमें सबसे खास शनि और गुरु का विशेष महासंयोग माना जा रहा है. वर्ष 2026 में गुरु ग्रह सिंह राशि में गोचर करेंगे, वहीं शनि ग्रह मीन राशि में विराजमान रहेंगे. सिंह राशि पर इस समय शनि की ढैय्या भी प्रभावी होगी, ऐसे में जब गुरु सिंह में प्रवेश करेंगे, तो शनि और गुरु के बीच एक गहरा और प्रभावशाली संबंध बनेगा. मीन राशि गुरु की स्वामित्व वाली राशि है, इसलिए शनि का यहां स्थित होना इस योग को और भी विशेष बनाता है. इस महासंयोग के कारण कुछ राशियों के लिए यह समय गोल्डन फेज साबित हो सकता है, जहां करियर, आय और सामाजिक प्रतिष्ठा में उल्लेखनीय वृद्धि के संकेत मिलते हैं.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि–गुरु का यह संयोग जीवन में स्थिरता और मजबूती लेकर आएगा. लंबे समय से जिन कार्यों में रुकावट आ रही थी, वे अब धीरे-धीरे गति पकड़ेंगे. नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति या नई जिम्मेदारी मिल सकती है. आय के नए स्रोत बन सकते हैं . आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी. पारिवारिक जीवन में भी संतुलन आएगा और वरिष्ठों का सहयोग प्राप्त होगा. यह समय योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने का है, जिससे भविष्य की नींव मजबूत होगी.
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए यह गोचर करियर में बदलाव और विस्तार का संकेत दे रहा है. शनि की अनुशासित ऊर्जा और गुरु की कृपा से आपकी सोच अधिक स्पष्ट होगी. जो लोग नौकरी बदलने की योजना बना रहे हैं, उन्हें अच्छे अवसर मिल सकते हैं. व्यापार से जुड़े जातकों को लाभ और नए संपर्क प्राप्त होंगे. आय में वृद्धि के योग बन रहे हैं, साथ ही निवेश से भी फायदा हो सकता है. यह समय मेहनत का पूरा फल दिलाने वाला रहेगा.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि–गुरु का यह महासंयोग जीवन की दिशा बदलने वाला साबित हो सकता है. शनि आपकी ही राशि का स्वामी है, इसलिए उसका प्रभाव आपके लिए विशेष रहेगा. गुरु की दृष्टि से भाग्य का साथ मिलेगा और रुके हुए काम पूरे होंगे. नौकरी में स्थायित्व, सम्मान और आय में बढ़ोतरी के संकेत हैं. समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और आपके निर्णयों की सराहना होगी. यह समय आत्मविश्वास के साथ बड़े फैसले लेने का है.
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