Mahashivratri 2023: 18 लाख दीपकों से जगमगाई महाकाल नगरी उज्जैन, देशभर में महाशिवरात्रि की धूम

महाशिवरात्रि के मौके पर आज हर-हर महादेव और जय शिवशंकर के जयकारों से शिवालय गूंज उठे. वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम में भी ऐसा ही एक अद्भुत नजारा देखा गया. महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में शाम 6 बजे तक 5 लाख 24 हजार लोगों ने महादेव के दर्शन किए. यह आंकड़े ट्रस्ट ने साझा किए हैं.

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18 लाख दीपकों से जगमगाई महाकाल नगरी उज्जैन, देशभर में ऐसे मनाई गई महाशिवरात्रि (Representational Photo) 18 लाख दीपकों से जगमगाई महाकाल नगरी उज्जैन, देशभर में ऐसे मनाई गई महाशिवरात्रि (Representational Photo)

शिल्पी सेन / रोशन जायसवाल

  • नई दिल्ली,
  • 18 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:14 PM IST

Mahashivratri 2023: देशभर में महाशिवरात्रि का त्योहार बड़ी ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया है. पूरे दिन शिव मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही. हर-हर महादेव और जय शिवशंकर के जयकारों से शिवालय गूंज उठे. वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम में भी ऐसा ही एक अद्भुत नजारा देखा गया. महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में शाम 6 बजे तक 5 लाख 24 हजार लोगों ने महादेव के दर्शन किए. यह आंकड़े ट्रस्ट ने साझा किए हैं.

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ट्रस्ट के आंकड़े कहते हैं कि काशी कॉरिडोर का लोकार्पण होने के बाद साल 2022 में पड़ने वाली पहली महाशिवरात्रि पर साढ़े पांच लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे, जो कि एक रिकॉर्ड भी है. इस साल महाशिवरात्र पर भी शाम 6 बजे तक 5 लाख 24 हजार से ज्यादा लोगों ने भोलेनाथ के दर्शन कर लिए हैं. श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के सीईओ सुनील वर्मा ने उम्मीद जताई है कि महाशिवरात्रि खत्म होने तक करीब साढ़े 7 लाख से ज्यादा लोगों के दर्शन करने का अनुमान है, जो एक नया कीर्तिमान होगा.

महाशिवरात्रि पर न केवल बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ की नगरी में बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी, बल्कि तमाम शिवालयों में तड़के सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें नजर आईं. रात होते ही सभी शिव भक्त बारात में शामिल हुए. शहर के अलग-अलग हिस्सों में शिव बारात निकाली गईं. सबसे आकर्षक शिव बारात महामृत्युंजय मंदिर से निकली, जिसका थीम जी20 था.

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शिव बारात में दर्जनों झांकियों पर भूत-पिशाच यक्ष गंधर्व दानव राक्षस अड़भंगी अघोरी नर-नारी और किन्नर सहित सभी शिव भक्त शामिल हुए और पूरे रास्ते झूमते, गाते और नाचते हुए नजर आए. शिव बारात समिति के कोषाध्यक्ष महेश चंद्र महेश्वरी ने बताया कि काशी की यह सबसे प्राचीन शिव बारात अपने पांचवें दशक में प्रवेश कर रही है. इस बार शिव बारात का 41वां वर्ष मनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह शिव बारात उस समय से निकाली जा रही है, जब एक बार काशी विश्वनाथ मंदिर में से सोना चोरी हुआ था. तब काशी के लोगों ने मिलकर शिव बारात निकाली जो पूरे विश्व की पहली शिव बारात थी.

अब शिव बारात विदेशों में भी निकल रही है. काशी में तो विदेशी भी इसका हिस्सा बनने आते हैं. हर बार काशी की इस प्राचीन शिव बारात की अलग-अलग थीम होती है. इस बार इसका थीम जी-20 है, क्योंकि भारत इस बार जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है और उसके कई कार्यक्रम वाराणसी में भी हैं.

उज्जैन में महाशिवरात्रि की धूम
शिव भक्ति की ऐसी ही एक खूबसूरत तस्वीर उज्जैन के राम घाट पर भी देखी गई. महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन के राम घाट पर आयोजित 'शिव ज्योति अर्पणम 2023' कार्यक्रम में 18 लाख से ज्यादा मिट्टी के दीपक प्रज्वलित कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया. इस अवसर पर राम घाट पर लेजर लाइट और फायर शो का दिव्य नजारा देखा गया.

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वहीं, ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित लिंगराज मंदिर में भी महाशिवरात्रि पर भारी संख्या में श्रद्धालु महादेव के दर्शन करने पहुंचे. मंदिर के कपाट के बाहर दिनभर श्रद्धालु लंबी कतारों में खड़े रहे. केरल के तिरुवनंतपुरम के विझिंजम में समुद्र किनारे स्थित अझिमाला शिव मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा रही.

महाशिवरात्रि के अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार में दक्षेश्वर महादेव मंदिर के बाहर भी दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही. ऐसा ही खूबसूरत नजारा राजधानी दिल्ली के महिपालपुर स्थित शिव मंदिर में देखा गया. यहां भगवान शिव की ऊंची प्रतिमा के दर्शन को दिनभर लोग आते रहे.

 

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