Eclipse 2026: 2026 में सूर्य और चंद्र ग्रहण इन राशियों की जिंदगी में मच सकता है हलचल, करें ये उपाय

Eclipse 2026: साल 2026 में कुल 4 ग्रहण लगेंगे, जिनमें 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण शामिल हैं. पहला सूर्य ग्रहण 17 फरवरी 2026 को लगेगा. वहीं दूसरा सूर्य ग्रहण 12 अगस्त 2026 को लगेगा. वहीं पहला चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026 को और दूसरा 28 अगस्त 2026 को लगेगा.

Advertisement
साल 2026 में कुल 4 ग्रहण लगेंगे. (Photo: Pixabay) साल 2026 में कुल 4 ग्रहण लगेंगे. (Photo: Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:30 PM IST

Eclipse 2026 : विज्ञान की दृष्टि से सूर्य और चंद्र ग्रहण भले ही एक सामान्य खगोलीय घटना हों, लेकिन ज्योतिष शास्त्र और हिंदू धर्म में इन्हें अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील समय माना गया है. मान्यताओं के अनुसार, सूर्य और चंद्र दोनों ही ग्रहण शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माने जाते. इस दौरान जीवन में मानसिक, भावनात्मक और भौतिक स्तर पर बदलाव देखे जा सकते हैं. आइए जानते हैं साल 2026 में लगने वाले ग्रहणों की पूरी जानकारी और उनका राशियों पर प्रभाव. 

Advertisement

2026 का पहला सूर्य ग्रहण

17 फरवरी 2026 (फाल्गुन अमावस्या)
कुंभ राशि | शतभिषा नक्षत्र
वलयाकार सूर्य ग्रहण

यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. इस स्थिति में सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में होते हैं, लेकिन चंद्रमा पृथ्वी से थोड़ा दूर होने के कारण सूर्य को पूरी तरह ढक नहीं पाता. परिणामस्वरूप सूर्य के चारों ओर एक चमकदार वलय दिखाई देता है. 

कुंभ राशि पर प्रभाव

यह ग्रहण कुंभ राशि वालों के लिए आत्ममंथन और बड़े निर्णयों का समय लेकर आएगा. करियर में बदलाव या नई जिम्मेदारियों का संकेत देगा. सामाजिक रिश्तों में दूरी या गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं.  मानसिक दबाव बढ़ सकता है, धैर्य से काम लेने की जरुरत है. स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी रखें. इस दौरान जल्दबाज़ी में कोई बड़ा फैसला लेने से बचें. योजनाओं को गुप्त रखें.

2026 का पहला चंद्र ग्रहण

Advertisement

3 मार्च 2026 को 2026 का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा. इसका कन्या राशि पर प्रभाव देखने को मिलेगा. 

कन्या राशि पर प्रभाव

यह चंद्र ग्रहण कन्या राशि वालों के जीवन में अचानक बदलाव और आत्मविश्लेषण का संकेत देता है. नौकरी या कार्यक्षेत्र में परिवर्तन संभव है. भावनात्मक उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है. पारिवारिक मामलों में तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है. स्वास्थ्य संबंधी लापरवाही भारी पड़ सकती है. इस समय पुराने कार्यों को पूरा करना और दिनचर्या को संतुलित रखना लाभकारी रहेगा. 

2026 का दूसरा सूर्य ग्रहण

12 अगस्त 2026 साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसे अफ्रीका, यूरोप, आर्कटिक क्षेत्र, स्पेन, उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड और आइसलैंड में देखा जा सकेगा. 

2026 का दूसरा चंद्र ग्रहण

2026 का दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अगस्त 2026 को लगेगा. इसका प्रभाव मीन राशि पर देखने को मिलेगा. यह ग्रहण मीन राशि वालों के लिए सबसे अधिक प्रभावशाली माना जा रहा है. मानसिक भ्रम और निर्णय लेने में कठिनाई आ सकती है. आर्थिक मामलों में सतर्कता जरूरी है. रिश्तों में भावनात्मक अस्थिरता आ सकती है. आध्यात्मिक झुकाव बढ़ सकता है. इस समय ध्यान, प्रार्थना और आत्मचिंतन से मानसिक शांति मिलेगी. 

ग्रहण काल में क्या करें और क्या न करें

Advertisement

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण काल को अशांत ऊर्जा और नकारात्मक प्रभावों का समय माना जाता है.  इस दौरान व्यक्ति का मन और वातावरण अधिक संवेदनशील होता है, इसलिए कुछ नियमों का पालन करना लाभकारी माना गया है. 

ग्रहण काल में क्या करें

ध्यान, जप और साधना करें-ग्रहण काल आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना गया है.  इस समय किया गया जप और ध्यान सामान्य समय की तुलना में कई गुना फलदायी होता है. गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र या अपने इष्ट देव का नाम जप करना विशेष लाभ देता है. 

मानसिक शांति बनाए रखें- मन को शांत और सकारात्मक रखें.  क्रोध, भय या तनाव से दूर रहें क्योंकि ग्रहण काल में मानसिक अस्थिरता जल्दी प्रभाव डालती है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement