धौलपुर: भीषण गर्मी और जलसंकट का डबल अटैक, दर्जनभर गांव बूंद-बूंद के लिए तरसे

Rajasthan News: धौलपुर जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर भैंसेना, भैसाख, समोला, राजघाट सहित दर्जन भर गांव पानी की गंभीर समस्या से झूझ रहे हैं. राजघाट गांव के ग्रामीण चंबल नदी से पानी लाने को मजबूर हैं. बताया जा रहा है कि यहां के लोग पिछले 50 सालों से पानी की किल्लत झेल रहे हैं. 

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राजस्थान में जलसंकट की समस्या. (सांकेतिक तस्वीर) राजस्थान में जलसंकट की समस्या. (सांकेतिक तस्वीर)

उमेश मिश्रा

  • धौलपुर ,
  • 27 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 9:53 AM IST
  • जल संकट से जूझ रहे धौलपुर के कई गांव
  • 3 Km दूर चंबल से सिर पर लाना पड़ता है पानी

राजस्थान में भीषण गर्मी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. धौलपुर जिले की बात करें तो यहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है, जिसके चलते कई गांवों में पानी का संकट खड़ा हो गया है. दर्जनभर गांव के लोगों को 2-3 किलोमीटर दूर से पानी लेने के लिए पैदल जाना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के लोग पिछले 50 सालों से पानी की किल्लत झेल रहे हैं. 

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ग्रामीणों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के समय धरना देकर उन्होंने वोटिंग के बहिष्कार की चेतावनी दी थी, जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं ने इस समस्या से छुटाकारा दिलाने के लिए आश्वासन भी दिया था. लेकिन ग्रामीणों से वोट तो ले लिया पर पानी अबतक नहीं मिला. 

धौलपुर जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर भैंसेना, भैसाख, समोला, राजघाट सहित दर्जन भर गांव पानी की गंभीर समस्या से झूझ रहे हैं. राजघाट गांव के ग्रामीण चंबल नदी से पानी लाने को मजबूर हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कई कुएं हैं, लेकिन इनमें कई सूख चुके हैं और कुछ में पानी बेहद खारा है.

बारहमासी चंबल नदी से भरतपुर जिले को पानी पहुंचाया जा रहा है और अन्य कई जिलों में पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है. लेकिन जिले में सैकड़ों गांव आज भी ऐसे हैं जिन्हें चंबल का पानी ग्रामीणों को नसीब नहीं हो पा रहा है. यहां पर कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी हुई है. बावजूद इसके लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. 

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