कोटा में वन्य जीवों के अंगों की तस्करी का मामला सामने आया है. अवैध तरीके से अलग-अलग प्रजाति के जीव-जंतुओं के शरीर के विभिन्न अंगों की तस्करी करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से मोनिटर लिजार्ड के शरीर के अंग, हिरण के सींग और सियार की खाल बरामद की गई है.
वन विभाग के अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि एक छापेमारी के दौरान इन वन्य जीव अवशेषों के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया गाया कि वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) नई दिल्ली से मिली जानकारी के आधार पर शहर के चार जगहों पर छापेमारी की गई थी. यह कार्रवाई घंटाघर और गुमानपुरा इलाकों की कुछ दुकानों में की गई.
वन विभाग के अधिकारी बताया कि जिन दुकानों में छापेमारी की गई, वहां से मोनिटर छिपकली के शरीर के अंग, कछुए के अंग, हिरण के सींग और सियार की खाल जैसे वन्य जीव उत्पाद मिले हैं. सभी सामान को जब्त कर लिया गया है. यह छापेमारी अभेड़ा जैविक उद्यान के क्षेत्रीय वन कार्यालय की टीम ने की थी.
असिस्टेंट कंजर्वेटर (एसीएफ) वाइल्ड लाइफ कोटाअनुराग कुमार भटनागर ने बताया कि जिन दुकानों पर छापेमारी की गई, वहां धार्मिक अनुष्ठानों की सामाग्री बेचने के आड़ में वन्यजीव उत्पाद की तस्करी का अवैध काम चल रहा था. डब्ल्यूसीसीबी के कर्मी इन दुकानों से जंगली जानवरों के अंगों की खरीद-बिक्री पर नजर बनाए हुए थे. इसके बाद बुधवार को वन विभाग को इसकी सूचना दी गई. तब जाकर दुकानों पर रेड मारा गया.
इस धंधे में लिप्त चार दुकानदारों पर वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. चारों को अब कोर्ट में पेश किया जाएगा. एक और दुकानदार से इस मामले में पूछताछ चल रही है, लेकिन उसकी दुकान से कोई वन्यजीव अवशेष नहीं मिला है.
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